गाजियाबाद, 08 सितम्बर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकनंद को मैं सबसे बड़ा यूथ आइकॉन मानता हूं, क्योंकि उन्होंने भारत की सभ्यता और संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहचान दी थी। उन्होंने कहा कि सर्वाधिक युवाओं की संख्या हमारे देश में है। हम अपने देश को बहुत ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। रक्षा मंत्री रविवार को पावन चिंतन धारा आश्रम द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय युवा सम्मेलन समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत में लोग छोटे मन के नहीं बड़े मन के हैं, जो भारत की सीमा के बाहर के भी सभी धर्मों, पंथों, विचारधारों को मानने वाले लोगों को अपना बनाया है। वसुधेव कुटुंबकम का संदेश देने का कार्य भारत ने किया है, हमें भारत को पुनः गौरवशाली अतीत की ओर ले जाना है।
राजनाथ ने कहा कि भारत का युवक ज्ञानवान है और पूरे देश में तकनीकी में आगे है उसे ज्ञानवान होने के साथ-साथ संस्कारवान भी होना है। क्योंकि ज्ञान के साथ संस्कार होगा, तभी वह समाज के लिए कल्याणकारी होगा। ज्ञान और विज्ञान में प्राचीन काल में जिन ऊंचाइयों को हासिल किया था आज पूरे विश्व में किसी ने भी उन ऊंचाइयों को प्राप्त नहीं किया है। भारत के ऋषि, धर्मग्रंथों की बात पर विश्वास करना चाहिए।
केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं है। अगर 130 करोड़ भारतीय एक-एक कदम बढ़ाएंगे तो देश बहुत आगे बढ़ जाएगा। देश आगे बढ़ रहा है लेकिन अब सबका दायित्व है कि हम उन सभी को जोड़ें जो किसी वजह से हमसे दूर रह गए थे। अगर हम राष्ट्र के प्रति प्रेम रखेंगे तो उसी से हमारा और देश का उत्थान होगा।
पावन चिंतन आश्रम के सम्मेलन समारोह में मोबाइल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन भी किया गया। जिसका विषय ‘अपराध’ था। इस विषय पर लगभग 61 एंट्रीस प्राप्त हुईं। इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ 3 फिल्मों का चयन किया गया। उन फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई और तीन उत्कृष्ट फिल्मों का चयन किया गया, जिनका प्रदर्शन आज राष्ट्रीय युवा सम्मेलन के समापन समारोह में किया गया।
इन फिल्मों में प्रथम स्थान पर रही फंकीपीडिया प्रॉडक्शन की फिल्म, दूसरे स्थान पर रही समय प्रॉडक्शन की फिल्म और तीसरे स्थान पर रही लोटस वैली प्रॉडक्शन की फिल्म जिन्हें क्रमशः पच्चीस हज़ार, इक्कीस हज़ार और पंद्रह हज़ार रुपये की धन राशि और प्रतीक चिह्न भेंट किए गए। मोबाइल से बनी तीनों फिल्मों का प्रॉडक्शन बेहतरीन था और सीमित संसाधनों में उत्कृष्ट कोटि की फिल्में बनाई गईं थीं।
समापन समारोह में श्रीगुरु पवन सिन्हा ने बताया कि इस 9वें ज्ञानोत्सव में देश के दस राज्यों और 27 शहरों के युवा आए हैं। राष्ट्रपति और मानव संसाधन विकास मंत्री ने भी कल आश्रम की पैडागोजी को सराहा और खेल मंत्री किरण रिजिजू बहुत शीघ्र देश को नई युवा नीति प्रदान करेंगे जिसमें पावन चिंतन धारा आश्रम का योगदान होगा।
इस अवसर पर देश के 10 राज्यों से आए युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी। इस सांस्कृतिक प्रस्तुति में मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं ने अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य और लोक गीत प्रस्तुत किए।