विशाखापत्तनम गैस रिसाव में मरने वालाें के परिजनों को मिलेंगे एक करोड़ रुपये
विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), 07 मई (हि.स.)। विशाखापत्तनम के वेंकटापुरम में स्थित एलजी पॉलीमर कंपनी में गैस रिसाव से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने स्थानीय किंग जॉर्ज अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल लिया। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। गैस रिसाव कांड की जांच के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन करने का ऐलान करते हुए जांच रिपोर्ट के बाद कंपनी पर कार्रवाई करने की बात कही है।
गुरुवार को दोपहर बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी विशाखापत्तनम पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने का आदेश दिये। मुख्यमंत्री गैस पीड़ितों का हालचाल जानने के लिए स्थानीय किंग जॉर्ज अस्पताल भी गये और भर्ती पीड़ितों की दी जा रही चिकित्सा सेवाओं की जानकारी ली।उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री पीड़ितों से भी मिले और उनसे घटना की जानकारी हासिल की।
इस दौरान मुख्यमंत्री रेड्डी ने दुर्घटना में लोगों की मौत खेद प्रकट करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार पीड़ितों को हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने ऐलान किया है कि अगले दो दिन तक मुख्य सचिव नीलम साहनी विशाखापत्तनम में ही रह कर राहत कार्यों पर निगरानी रखेंगे ताकि किसी को कोई भी असुविधा न हो। अस्पताल में पीड़ितों से मिलने बाद मुख्यमंत्री ने विशाखापत्तनम में जिला कलेक्टर विनय चंद्र और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलाधीश ने एलजी कंपनी में गैस रिसाव के बारे में मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत करवाया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि एलजी पॉलीमर के कंपनी के निकट रहने वालों को अगले 48 घंटे तक सतर्क रहने का आदेश दिया गया है।
समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया कि गैस रिसाव के हादसे में मरने वालों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। इसके अलावा अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखे गए मरीजों को10 लाख रुपये, घायलों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने 15000 की आबादी वाले वेंकटापुरम गांव के हर नागरिक को दस हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा है कि इस हादसे की जांच के लिए मुख्य सचिव नीलम साहनी की अध्यक्षता एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार एलजी कंपनी पर कार्रवाई करेगी।
इसी बीच विशाखापट्टनम से जहरीली गैस रिसाव में मरने वालों सात लोगों की पहचान हो गई है। इनमें श्रेया (6), ग्रीष्मा (9), अप्पला नरसम्मा (45), चंद्रमौली (19) ,गंगराजू (48) ,नारायणम्मा (35) मीका कृष्णमूर्ति (73) और अन्य एक महिला सहित तीन की पहचान अभी तक हो नहीं पाई जबकि तीन सौ से अधिक लोगों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है।