मेरे संसदीय क्षेत्र के साथ सौतेलापन कर रही है राज्य सरकार: गिरिराज

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बारिश के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा 



बेगूसराय, 22 सितम्बर (हि.स.)। शनिवार से ही रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश और आंधी के चलते बाढ़ पीड़ितों की समस्या और बढ़ गयी हैंं। बारिश के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने राज्य सरकार पर अपने संसदीय क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।

रविवार को स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बारिश के बीच चमथा दियारा और बछवाड़ा प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा लिया। उन्होंने पीड़ितों से मिलकर उनका हाल जाना। इस दौरान सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासनिक उपेक्षा का आरोप लगाया। पीड़ितों ने मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधि के भी फोन करने के बावजूद बीडीओ और सीओ के कोई भी कार्रवाई नहीं करने की शिकायत केंद्रीय मंत्री से की। इसके बाद गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव और डीएम से बात कर तुरंत मामले का संज्ञान लेकर हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने की बात कही है। उन्होंने सीओ को क्षेत्र में चल रहींं सभी निजी नाव का निबंधित करने और उन्हें भुगतान करने का आदेश दिया।

चमथा दियारा के विशनपुर में हालत देख उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि हैं तो वह क्यों ना बोलें। यहां की हालत बहुत खराब है। यह बात सरकार से नहीं कहें किस से कहें। सरकार किसी की हो, सरकार का मुखिया, उपमुखिया कोई रहे। बेगूसराय के लोगों के साथ सौतेलापन हो रहा है तो वह कहते रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि यह राजनीतिक भाषा है। लेकिन यह राजनीति भाषा नहीं, लोगों की पीड़ा है। हजारों लोगों का घर डूब गया है। स्थिति बहुत ही भयावह है। गिरिराज सिंह ने कहा कि क्षेत्रवासियों के लिए हर संभव मदद पहुंचाने के लिए वे लगातार अधिकारियों से बात कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार उचित न्याय नहीं कर रही है। राज्य सरकार अविलम्ब नाव, दवा और मवेशियों के चारा की व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि बेगूसराय का आधा भाग बाढ़ से परेशान है तो आधा भाग सुखाड़ से। लेकिन मेरा संसदीय क्षेत्र रहने के कारण सरकार यहां के लोगों की लगातार उपेक्षा कर रही है, जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेेगा।

उल्लेखनीय है कि बेगूसराय में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। एक ओर 50 से अधिक गांव के 20 हजार से अधिक घरों में गंगा का पानी घुस गया है। तो दूसरी ओर मूसलाधार बारिश ने ग्रामीणों की समस्या और बढ़ा दी है। चारा के अभाव में पशुओं की हालत भी खराब हो रही है।

 


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