लॉस एंजेल्स, 18 जनवरी (हि.स.)। वर्जीनिया के नवनिर्वाचित लेजिस्लेटर भारतीय अमेरिकी सुहास सुब्रमनियम ने शपथ लेते समय अपने हिंदू होने पर गर्व जताया। उन्होंने हाल ही में गीता पर हाथ रख कर शपथ लेते हुए कहा कि एक सच्चा भारतीय अमेरिका में कहीं से भी चुनाव जीते, उसे अपनी पहचान नहीं खोनी चाहिए। शपथ के समय सुहास की पत्नी मिरांडा पेना भी मौजूद थीं।
सुहास पहले भारतीय अमेरिकी और हिंदू अमेरिकी हैं, जो वर्जीनिया लेजिस्लेटर के लिए चुनाव में विजयी रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह अपने क्षेत्र की आवाज़ को बुलंद करेंगे। वह एच डी87 क्षेत्र से चुने गए हैं। सुहास ने हिंदू होने पर गौरव के अनुभव के साथ ट्वीट में इस बात को ज़ोर दे कर कहा कि वह पहले हिंदू हैं, जो वर्जीनिया से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कहा कि वह यह बात जानते हैं कि उनके चुनाव क्षेत्र में बड़ी संख्या में हिंदू हैं लेकिन यह भी उतना ही सच है कि इस क्षेत्र में अन्यान्य समुदायों के लोग भी हैं। मेरे क्षेत्र के हिंदू अपनी आस्था को छिपाते नहीं हैं बल्कि गौरव का अनुभव करते हैं।
उन्होंने कहा कि वह जब अपने क्षेत्र में प्रचार कर रहे होते थे तो हिंदू मंदिरों में जाना नहीं भूलते थे। वह अपने लोगों से नमस्कार के उच्चारण के साथ अभिवादन करते थे। इसी तरह वह चर्च और मस्जिदों में भी जाते थे और लोगों से ख़ुशी ख़ुशी मिलते थे। उन्होंने कहा कि उनकी यह स्पष्ट धरना है कि भगवान एक है और यह बात भी हिंदू धर्म ही हमें सिखाता है कि भगवान एक है, उसके नाम अनेक हैं।
सुहास ने बताया कि वह जब अपने चुनाव अभियान पर निकलते थे, तब लोगों के उनसे अनेक तरह के सवाल होते थे। वह उनसे कहते थे कि मैं जो भी हूँ, अपने क्षेत्र का पूरी ईमानदारी से प्रतिनिधित्व करना चाहता हूँ। सच तो यह है कि भारतीय अमेरिकी मतदाता ही मुझ से अजीबोग़रीब सवाल पूछते थे। उन्होंने यह बात स्वीकार की कि पिछले सालों की तुलना में अब ज़्यादा भारतीय और एशियाई चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। वह 14 हज़ार घरों में गए और उन्हें भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वह अगली मार्च में पिता बनने वाले हैं।