अमेरिका में कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन फैला
नई दिल्ली, 1 जून (हि.स.)। अमेरिका में अश्वेत जार्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से शुरू हुए प्रदर्शन अब कई राज्यों को अपनी चपेट में ले चुके हैं। अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। राजधानी वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के करीब स्थित एक चर्च में आगजनी की गई है।
शहरों और राज्यों के अधिकारियों ने हजारों नेशनल गार्ड्स को तैनात किया और प्रदर्शनकारियों के आंदोलनों को धीमा करने के लिए कर्फ्यू लागू किया है। बड़े पैमाने पर सार्वजनिक यातायात व्यवस्था को बंद कर दिया गया है। लेकिन इससे कई शहरों में भारी हिंसक प्रदर्शनों को रोकने में कोई खास मदद नहीं मिली है। राजधानी वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर तनाव फैल गया है। पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे 1,000 से अधिक लोगों पर पुलिस ने आंसू गैस और बेहोश करने वाले ग्रेनेड दागे।
एक आंकड़े के अनुसार विरोध प्रदर्शन कर रहे कम से कम 4,400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारियां चोरी करने और राजमार्गों को अवरुद्ध करने से लेकर कर्फ्यू तोड़ने तक के मामलों में की गईं थीं। न्यूयॉर्क, शिकागो, फिलाडेल्फिया जैसे बड़े शहरों में कर्फ्यू के बावजूद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त झड़पें हुईं हैं। कुछ पत्रकारों पर भी हमले की खबरें हैं।
अमेरिका में घरेलू आपात स्थिति से निपटने के लिए नेशनल गार्ड के जवानों को वाशिंगटन के अलावा 15 और राज्यों में तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने बड़े पैमाने पर वाहनों में तोड़फोड़ की और दुकानों में लूटपाट और आगजनी की है। हिंसा को देखते हुए कैलिफोर्निया ने सभी सरकारी दफ्तरों को बंद करने का आदेश दिया है।
मिनियापोलिस में एक लारी ड्राइवर को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह बैरियर तोड़कर अपने ट्रक को भीड़ की तरफ बढ़ा रहा था। लोगों की भीड़ ने ड्राइवर को खींचकर बाहर निकाला और उसकी पिटाई की। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अटलांटा, ओक्लाहोमा, बोस्टन और मियामी जैसे शहरों में भी भारी प्रदर्शन हुए हैं। अटलांटा और जॉर्जिया में तो जरूरत से ज्यादा बल प्रयोग करने के कारण दो पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त भी कर दिया गया है।