फरीदाबाद, 30 जून (हि.स.)। पुलिस यह तो राजफास कर चुकी है कि हरियाणा कांग्रेस के प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या गैंगस्टर कौशल के इशारे पर की गई है। उसी ने अपने गुर्गों को विकास को ‘टपकाने’ (हत्या करने) का हुक्म दिया। मगर हरियाणा पुलिस के लिए गैंगस्टर को पकड़ना आसान नहीं है। वह सात समंदर पार से अपनी हुकूमत चला रहा है। कुछ सालों से विदेश में बैठा गैंगस्टर कौशल दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में पुलिस की नाक में दम किए हुए हैं। गैंगस्टर कौशल दर्जनभर हत्याओं का आरोपित है।
कहते हैं कौशल ने गुनाह की दुनिया में पहला कदम अपने गांव के छैलू और उसके पिता को टपका कर किया। इस केस में उसे उम्र कैद की सजा हो चुकी है। जेल से पेरोल पर बाहर आने के बाद वह भाग गया। साल 2015 के आसपास गैंगस्टर महेश उर्फ अटैक की हत्या हो या पंचगांव में पूर्व सरपंच की हत्या, पटौदी और फरुखनगर, सोहना इलाकों में भी हुई नामचीन लोगों की हत्या की बात रही हो या फिर मानेसर में नंबरदार सुमेर और जेडी की हत्या मामले हों, इनमें इसी गैंगस्टर का नाम सामने आया है।
पुलिस ने कौशल के सबसे खास गुर्गे अमित डागर और चांद को गिरफ्तार कर कुछ मामलों का खुलासा जरूर किया था पर कौशल अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। हरियाणा पुलिस उसकी परछाई तक नहीं देख पाई। गैंगस्टर कौशल ने दो शादियां की हैं। रोशनी उसकी पहली और मनीषा दूसरी पत्नी है। दोनों से उसके बच्चे हैं। मनीषा जेल में है। क्राइम ब्रांच के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि गैंगस्टर विदेश में है। क्राइम के अधिकारियों का मानना है कि वह थाईलैंड की राजधानी बैंकाक या दुबई में हो सकता है।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि विदेश से ही वह रोशनी को व्हाट्स ऐप संदेश के माध्यम से निर्देश देता है। लोग कह रहे हैं कि कौशल ने ही एक करोड़ रुपये के लिए विकास चौधरी की हत्या करवाई। मगर पुलिस दूसरा दावा कर रही है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह का कहना है कि कौशल ने विकास को एक करोड़ रुपये दिए थे। वह अपनी रकम उससे वापस मांग रहा था। इससे कौशल आगबबूला हो गया। उसने अपने गुर्गों को उसे टपकाने का हुक्म दिया। इसके बाद विकास उर्फ मल्ले, सचिन सहित पांच बदमाश कार से सेक्टर-9 पहुंचे और विकास का जिस्म गोलियों से छलनी कर दिया। यह सभी शार्प शूटर हैं।