चंडीगढ़, 20 जनवरी (हि.स.)। सीआईडी पर छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई के बीच गृहमंत्री अनिल विज ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए हरियाणा के सीआईडी चीफ को चार्जशीट करने के आदेश जारी कर दिए। हरियाणा में अपनी तरह का यह पहला मामला है जब इतने बड़े स्तर के अधिकारी को अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए गृहसचिव को चार्जशीट करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस विवाद के बीच भाजपा हाईकमान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज को दिल्ली में तलब कर लिया है। चर्चा थी कि विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेर सकता है। विपक्ष तो शांत रहा लेकिन अनिल विज ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए अनुशासनहीनता और रिपोर्ट नहीं करने के आरोप में सीआईडी चीफ अनिल राव को चार्जशीट करने के आदेश दिए हैं। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन को विज ने इसके लिये लिखित में आदेश दिए हैं।
इतना ही नहीं विज ने गृह सचिव से आदेशों की अनुपालना रिपोर्ट भी तलब की है। इससे पूर्व विज सीआईडी चीफ को बदलने और उनकी जगह एडीजीपी श्रीकांत जाधव को नया सीआईडी प्रमुख लगाए जाने का पत्र भी सरकार को लिख चुके हैं। विज ने गृहसचिव को लिखे पत्र में साफ कहा है कि सीआईडी चीफ अनुशासनहीनता कर रहे हैं। वह नियमित रूप से इंटेलिजेंट के इनपुट भी उन्हें (विज) नहीं भेज रहे। यह घोर अनुशासनहीनता है। ऐसे में अनिल राव को अंडर रूल-7 चार्जशीट किया जाए। अब यह देखना रोचक रहेगा कि गृह मंत्री के आदेशों पर विभाग के सचिव क्या फैसला लेते हैं।
माना जा रहा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले पूरा घटनाक्रम सीएमओ के नोटिस में लाया जाएगा। सीएमओ की मंजूरी के बाद ही कोई कार्रवाई होगी। दोनों नेताओं के बीच सीआईडी को लेकर चल रहा टकराव दिल्ली दरबार तक पहले ही पहुंचा हुआ है। इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा चुका है।
सीएम खट्टर और गृह मंत्री भी नई दिल्ली में उन्हें बधाई देने के लिये गए। इस बारे में संपर्क करने पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि सीआईडी प्रमुख अपनी ड्यूटी सही ढंग से नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अनुशासनहीनता की है। सीआईडी की रिपोर्ट भी नहीं भेजी जा रही। इसलिए उन्हें अंडर रूल-7 के तहत चार्जशीट करने के आदेश विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को दिए गए हैं।