जीवन परिचय : माधव गोविंद वैद्य

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मुंबई, 19 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रवक्ता एवं विचारक माधव गोविंद वैद्य बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। जीवन के हर क्षेत्र में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका जीवन देश की भावी पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरक बना रहेगा।
माधव गोविंद वैद्य (एमजी वैद्य) का जन्म महाराष्ट्र के वर्धा जिले के ग्राम तरोडा में 11 मार्च 1923 को हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा तरोडा में और माध्यमिक शिक्षा नागपुर के नील सिटी हाईस्कूल में हुई। नागपुर के ही मॉरिस कालेज से वैद्य ने स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की। उन्होंने 1946 से 1949 तक विभिन्न शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में अध्यापन कार्य किया। वर्ष 1949 से 1966 तक हिस्लॉप कॉलेज में प्राध्यापक पद पर कार्यरत रहे। इसके बाद 1966 से 1983 तक दैनिक तरुण भारत, नागपुर के सम्पादक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। 1983 से 1985 तक बतौर प्रबन्ध निदेशक, श्री नरकेसरी प्रकाशन, नागपुर (तरुण भारत) का कार्यभार सभाला। वे वर्ष 1989 से 1996 तक श्री नरकेसरी प्रकाशन, नागपुर के अध्यक्ष रहे। 1978-84 तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे।
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी एमजी वैद्य नागपुर विश्वविद्यालय सीनेट के सदस्य भी रहे। इसी तरह 1969 से 1974 तथा 1976 से 1979 नागपुर विश्वविद्यालय कार्यकारिणी सदस्य, 1977 से 1999 तक भारतीय शिक्षण मंडल के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
वे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, अखिल भारतीय प्रवक्ता, वर्ष 2008 तक कार्यकारी मंडल के आमन्त्रित सदस्य रहे। उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति चयन समिति सदस्य के पदभार का भी निर्वहन किया।
एमजी वैद्य ने साहित्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण काम किया। उनके द्वारा लिखे गए हिन्दुत्व नामक पुस्तक का हिंदी एवं मराठी भाषा में प्रकाशन किया गया। इसी तरह हिन्दू संगठन, हिन्दू, हिन्दुत्व, हिन्दू राष्ट्र (मराठी में), शब्दांच्या गाठीभेटी (मराठी में), राष्ट्र, राज्य आणि शासन (मराठी), ज्वलन्त प्रश्न- मूलगामी चिन्तन (हिन्दी), रविवार चा मेवा (मराठी में), काश्मीर -समस्या व समाधान (मराठी तथा हिन्दी में), आपल्या संस्कृतीची ओळख (मराठी), अभिप्राय (मराठी), राष्ट्रीयत्वाच्या सन्दर्भात -हिन्दू, मुसलमान व ख्रिस्ती (मराठी), शब्ददिठी शब्दमिठी (मराठी), मेरा भारत महान (मराठी, हिन्दी तथा अंग्रेजी), काल, आज आणि उद्या (मराठी तथा हिन्दी), संघबन्दी, सरकार आणि श्रीगुरुजी (मराठी), धर्मचर्चा (हिन्दी), सुबोध संघ (मराठी तथा हिन्दी), ठेवणीतले संचित (2000 से 2004 कालखण्ड में प्रकाशित लेखों का संग्रह), विचार विमर्श (2005 से 2009 कालखण्ड में प्रकाशित लेखों का संग्रह), तरंग भाष्यामृताचे (2010 से 2013 कालखण्ड में प्रकाशित लेखों संग्रह), रंग माझ्या जीवनाचे (मराठी आत्मवृत्त), मैं संघ में, मुझमें संघ (हिंदी आत्मवृत्त) आदि पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
एमजी वैद्य को महाराष्ट्र सरकार का ‘महाकवि कालिदास संस्कृत साधना पुरस्कार, राष्ट्रसन्त तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय का ‘राष्ट्रसन्त तुकडोजी जीवनगौरव पुरस्कार’, डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी शोध संस्थान, दिल्ली का ‘बौद्धिक योद्धा’ सन्मान पुरस्कार, राजमाता विजयाराजे सिंधिया पत्रकारिता सम्मान, ग्वालियर, श्यामरावबापू कापगते स्मृति प्रतिष्ठान का ‘जीवन गौरव व राष्ट्रसेवा’ पुरस्कार, मध्यप्रदेश सरकार का गणेश शंकर विद्यार्थी राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार, महाराष्ट्र विधानमंडल का कृतज्ञता पुरस्कार, नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ का लोकमान्य तिलक पत्रकारिता पुरस्कार, कविगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय का ‘महामहोपाध्याय’ सम्मान, मुंबई पत्रकार संघ का जीवन गौरव पुरस्कार 2017, आदि पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

 


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