वित्तमंत्री को उपराष्ट्रपति ने दी सलाह, बजट में कृषि क्षेत्र के हितों पर हो विशेष ध्यान

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नायडू ने वित्‍त मंत्री को आयात-निर्यात नीति की समीक्षा करने तथा कृषक समुदाय के हितों की रक्षा करने का सुझाव भी दिया।



नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू से उनके आवास पर भेंट की। इस अवसर पर नायडू ने वित्‍त मंत्री को आगामी बजट के बारे में कुछ सुझाव दिए जिसमें अन्‍य बातों के अलावा कृषि क्षेत्र के हितों की रक्षा करने तथा उसमें ढांचागत बदलाव से संबधित सुझाव शामिल थे।

नायडू ने वित्‍त मंत्री को आयात-निर्यात नीति की समीक्षा करने तथा कृषक समुदाय के हितों की रक्षा करने का सुझाव भी दिया।

उपराष्‍ट्रपति ने वित्‍त मंत्री से कहा कि वह चाहते हैं कि आंध्र प्रदेश पर विशेष ध्‍यान दिया जाये तथा उसे विशेष पैकेज और विशेष मदद जारी रखी जाये। पूर्व वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने राज्‍य के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी।

नायडू ने केन्‍द्र द्वारा राज्‍य में राष्‍ट्रीय स्‍तर का संस्‍थान खोले जाने तथा नई परियोजनाओं को मंजूरी देने जैसे कई वायदे पूरे किये जाने पर खुशी जाहिर करते हुए राज्‍य को आगे भी हर संभव मदद जारी रखने की जरूरत पर बल दिया।

आयुष मंत्री श्रीपद येसोनाईक (स्‍वतंत्र प्रभार) ने भी उपराष्‍ट्रपति से भेंट की और अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस को देश और विदेश में लोगों की ओर से बड़े पैमाने पर मिली सकारात्‍मक प्रतिक्रिया पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की। नायडू ने आयुष मंत्री को योग को जनअभियान बनाने के प्रयास जारी रखने का सुझाव दिया।

उपराष्‍ट्रपति ने आयुष मंत्री को राज्‍य के कृष्‍णा जिले के कोंडापावूलूरू में केन्‍द्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्‍सा अनुसंधान संस्‍थान खोलने और वहां 100 बिस्‍तरों वाला आयुष अस्‍पताल बनाने के केन्‍द्र सरकार के आश्‍वासन की याद दिलाई। उन्‍होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के आयुष विभाग ने संस्‍थान के लिए 25 एकड़ भूमि नि:शुल्‍क आवंटित की है और यह भूमि 2018 में ही केन्‍द्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद द्वारा पंजीकृत कर दी गई थी।

इस्‍पात राज्‍य मंत्री फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते ने भी आज उपराष्‍ट्रपति से मुलाकात की। उपराष्‍ट्रपति ने उनसे आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में प्रस्‍तावित इस्‍पात संयंत्र की स्थिति के बारे में जानकारी दी। केन्‍द्रीय मंत्री ने उपराष्‍ट्रपति को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को केन्‍द्रीय इस्‍पात मंत्री श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान के समक्ष उठायेंगे तथा इस बारे में वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ बातचीत भी करेंगे।


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