नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.) । सशस्त्र बलों ने गुरुवार को पूरे देश भर में ‘वयोवृद्ध दिवस’ मनाया। राजधानी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर तीनों सेना प्रमुखों ने पुष्पांजलि अर्पित करके शहीदों को याद किया। बेंगलुरु में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सैन्य बलों के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत पूर्व सैनिकों के एक कार्यक्रम में शामिल हुए।
वेटरन्स डे पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने अपने संदेश में कहा कि पिछला साल हमारे देश और सशस्त्र बलों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था। सशस्त्र बलों ने बड़ी कुशलता से उत्तरी सीमाओं पर बहादुरी से रहते हुए भी महामारी का मुकाबला किया। मुझे गर्व है कि इसे पूरा करने में हमारे दिग्गजों का समर्थन था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद वेटरन मीट का आयोजन रैना ऑडिटोरियम, धौला कुआं में किया गया जिसमें तीनों सेना अध्यक्षों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध के दौरान भारत के बहादुर बेटों की वीरता और उनके साहस को याद करते हुए सशस्त्र बलों की ओर से गुरुवार को एक जोशीला गीत जारी किया गया। बांग्लादेश को समर्पित ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ इस गीत को आर्मी पब्लिक स्कूल, धौला कुआं, नई दिल्ली में सशस्त्र सेनाओं के स्थापना दिवस समारोह के दौरान नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने जारी किया। इस गाने को कुमार विश्वास ने लिखा है और मिस्टर रोमी ने गाया है। नैयरित दास के निर्देशन में क्रिस पॉवेल ने इस गीत के लिए संगीत तैयार किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने वायु सेना प्रशिक्षण कमान, बेंगलुरु में वेटरन्सडे समारोह में उपस्थित विभिन्न पूर्व सैनिकों संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। ‘वयोवृद्ध दिवस’ पर आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों को सम्बोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे सेना के जवानों ने जिस शौर्य और पराक्रम का परिचय वह अभूतपूर्व है। हम भारत के सम्मान पर किसी भी तरह आंंच नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि ‘वयोवृद्ध दिवस’ को देश भर में मकर संक्राति का पर्व भी मनाया जाता है। दक्षिण भारत में पोंगल तो पूर्वोत्तर में बिहू के नाम से यह त्योहार मनाते हैंं। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति को बड़ा अहम माना जाता है क्योंकि इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है। इस दिन को हम परिवर्तन से भी जोड़ कर देखते हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस दिन को एक ओर हम भरण पोषण करने वाले अन्नदाताओं को सम्मान देने के लिए मनाते हैं तो दूसरी ओर हम यह दिन देश की सुरक्षा करने वाले वीरों और वयोवृद्धों के सम्मान में मनाते हैं। आज का यह दिन ‘जय जवान-जय किसान’ की भावना को एक साथ प्रदर्शित करता है। दुनिया में अकेला भारत ऐसा देश है जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी यहीं से पूरी दुनिया में गया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में डिफ़ेन्स सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 83 तेजस विमानों का ऑर्डर एचएएल को दिया गया है। इस निर्णय से देश में क़रीब 50 हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। भारतीय सेना, सैनिकों के लिए दशकों से लम्बित पड़ी ‘वन रैंक-वन पेंशन’ योजना को सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान लागू किया। पिछले साल लाल क़िले से सीडीएस के गठन की घोषणा की गई। इस निर्णय से सशस्त्र बलों के बीच समन्वय बढ़ा है।
सेना की पूर्वी कमान्ड ने पूर्व सैन्य अधिकारियों की सेवाओं को याद करके आभार व्यक्त करने के लिए ‘वयोवृद्ध दिवस’ मनाया। शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पुष्पांजलि समारोह का आयोजन विजय स्मारक में किया गया। हाल ही में अपना 100वां जन्मदिन मनाने वाले कर्नल पृथ्वीपाल सिंह (सेवानिवृत्त) को तीनों सेवाओं में सेवा देने का अनूठा गौरव प्राप्त है। उन्हें वेटरंसडे के अवसर पर जनरल बिपिन रावत सीडीएस की ओर से मेजर जनरल जीएस कहलोन ने सिल्वर साल्वर के साथ पेश किया। सीडीएस ने उनके समृद्ध और विविध अनुभव को स्वीकार किया जिसमें सक्रिय संचालन की भागीदारी शामिल है जो युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।