नई दिल्ली, 13 जनवरी (हि.स.)। भारतीय सशस्त्र बल गुरुवार (14 जनवरी) को वयोवृद्ध दिवस मनाएंगे। इस दिन को 1953 में सेवानिवृत्त हुए भारतीय सशस्त्र बलों के प्रथम कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा की सेवाओं को याद करने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्रीय राजधानी में समारोह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह के साथ सुबह शुरू होगा।
प्रवक्ता के अनुसार राष्ट्र के प्रति फील्ड मार्शल करियप्पा के निःस्वार्थ कर्तव्य और बलिदान को सम्मान देने के लिए गुरुवार को सशस्त्र बलों द्वारा वयोवृद्ध दिवस मनाया जायेगा। हमारे बहादुर जवानों की ओर से करियप्पा के प्रति एकजुटता चिह्नित करने के लिए विभिन्न सैन्य स्टेशनों में पुष्पांजलि समारोह आयोजित किए जायेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत बेंगलुरु के वायु सेना स्टेशन में वेटरन मीट में भाग लेंगे। इसके अलावा विभिन्न पूर्व सैनिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थिति में होंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में समारोह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह के साथ सुबह शुरू होगा। वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और चयनित सेवारत कर्मी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद वेटरन मीट का आयोजन रैना ऑडिटोरियम, धौला कुआं में किया जाएगा जिसमें तीनों सेना अध्यक्ष भाग लेंगे। नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह इस आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में वयोवृद्ध, भूतपूर्व सैनिक संगठनों के प्रतिनिधि, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और वयोवृद्धों के कल्याण में लगे तीनों सेनाओं के लोग शामिल होंगे।
केएम करियप्पा का जन्म 28 जनवरी, 1899 को कर्नाटक के पूर्ववर्ती कूर्ग में शनिवर्सांथि नामक स्थान पर हुआ था। इस स्थान को अब ‘कुडसुग’ नाम से जाना जाता है। उन्होंने 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का नेतृत्व किया। वे भारत के दो फील्ड मार्शलों में से एक हैं।