जोशीमठ (चमोली), 03 सितम्बर (हि.स.)। श्री हेमकुंड साहिब-लोकपाल यात्रा के मुख्य पड़ाव गोविंदघाट से इस वर्ष की पहली यात्रा का आज विधिवत शुभारंभ हुआ। गोविंदघाट गुरुद्वारे के ग्रन्थी भाई कुलवंत सिंह की पहली अरदास के बाद गुरुवार को पंच प्यारों की अगुवाई मे यात्रा को गोविंदघाट से रवाना किया गया।
इस वर्ष के पहले यात्री दल में दिल्ली के इकबाल सिंह के जत्थे के अलावा चंडीगढ़, पटियाला, व जालंधर के श्रद्धालु हैं।हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने पंच प्यारों तथा पहले जत्थे के श्रद्धालुओं को सरोपा भेंट कर सुखद यात्रा की कामना की। इस मौके पर सरदार गुरुविंदर सिंह, हरवंश सिंह, जीत सिंह, युवराज सिंह के अलावा गोविंदघाट के थानाध्यक्ष बृजमोहन राणा, जसबीर मेहता, संजीव मेहता, राजदेव मेहता और बबलू मेहता सहित अनेक लोग मौजूद रहे। शुक्रवार (4 सितम्बर) को ही लक्ष्मन मंदिर-लोकपाल के कपाट भी दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
शुक्रवार को हेमकुंड साहिब के कपाट सुबह 10 बजे आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। गुरुद्वारा कमेटी की ओर से धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले हर श्रद्धालु को 72 घंटे पहले कोरोना का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। ट्रूू नॉट और एंटिजन टेस्ट की रिपोर्ट किसी भी दशा में मान्य नहीं होगी। पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट वाले श्रद्धालुओं को ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। एक दिन में अधिकतम 200 श्रद्धालुओं को ही गोविंदघाट से हेमकुंड जाने की अनुमति मिलेगी।
यात्रा तकरीबन एक महीने और 5 दिनों तक चलेगी। यात्रा के दौरान गुरुद्वारों में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोरोना के लिए निर्धारित सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य रहेगा।