देहरादून, 23 अप्रैल (हि.स.)। देहरादून सहित प्रदेश भर में शुक्रवार सुबह अधिकतर स्थानों पर हुई तेज गर्जना के साथ बारिश से राज्य में ठंड बढ़ गई है। केदारनाथ में तीन दिनों से हो रही बारिश से चार फीट बर्फ जमी हुई है। बद्रीनाथ धाम,हेमकुंड साहिब सहित सहित ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में बर्फवारी से तापमान में कमी आई है।अगले 24 घंटे में तेज गर्जना के साथ बारिश को लेकर माौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है।
शुक्रवार को राजधानी दून समेत राज्य के गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों के कई इलाकों में बारिश तेज गर्जना आकाशीय चमक के साथ का बारिश का दौर जारी है। देहरादून में देर रात से 12 बजे के करीब बारिश होने लगी थी। बारिश का सिलसिला रुक-रुककर चलता रहा। अभी भी आसमान में काले बादल के साथ बारिश की बौछारें गिर रही है। गुरुवार से प्रांरभ हुई जोरदार बारिश से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। लगातार तीन दिनों की बारिश से देहरादून सहित अन्य क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। गर्मी से राहत तो मिली लेकिन एकाएक ठंड से लोग अब गरम कपड़े पहने हुए दिख रहे हैं। कोविड के बढ़ते खतरे और बारिश से लोग अपने घरों में दुबके हुए है।
केदारनाथ धाम में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण 4 फीट बर्फ जमी है। इसके साथ ही केदारघाटी में लगातार बढ़ती ठंड के कारण लोगों ने दोबारा गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। चोपता, त्रियुगीनारायण, चौमासी आदि स्थानों पर ठंड का प्रकोप बढ़ने से अप्रैल माह में दिसंबर जैसी अनुभूति होने लगी है। वहीं बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब सहित ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फवारी हुई। जिससे बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में यात्रा तैयारियां बाधित हो गई हैं। वहीं बर्फवारी होने धाम सहित समूचे जिले के तापमान में खासी कमी आ गई है।मसूरी, धनोल्टी में दूसरे दिन भी बर्फ की तरह ओलावृष्टि हुई है। पूरा धनोल्टी ओलों से सफेद हो गया है। बेमैसमी बारिश स भारी ओलावृष्टि से फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग की ओर से जारी जेतावनी में कहा गया है कि देहरादून के अलावा टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जैसे जिलों में तेज गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना है। कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार है। वहीं 24 अप्रैल से मौसम सामान्य होने की संभावना है।