कोरोना वायरस : टीकाकरण पर अमेरिका खर्च करेगा ढाई अरब डालर
लॉस एंजेल्स, 25 फरवरी (हि.स.)। चीन में फैले कोराना वायरस वैक्सीन के लिए अमेरिका में बड़े ज़ोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसके लिए दुनिया भर की नामी कंपनियों ‘जानसन एंड जानसन’ , सनोफ़ी एसए, इनोवियो फ़ार्मा कंपनियों ने कोरानो वायरस के वैक्सीन विकसित करने के लिए जे एंड जे वैक्सीन टेक्नोलाजी की मदद ली है। मानवीय परीक्षण में छह से 12 माह का समय लगने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
इस टेक्नोलाजी के माध्यम से प्रयोगशाला में परीक्षण किया जाएगा और फिर एक कोड के जरिए गैर संक्रमित मानव पर आजमाया जाएगा। कोरोनो वायरस से मरने वालों की संख्या 2592 को पार कर चुकी है, जबकि 409 नए संक्रमित मामलों के आने से चीन में कुल संक्रमितों की संख्या 78,811 हो गई है।
व्हाइट हाउस ने सोमवार की देर शाम कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए कांग्रेस से ढाई अरब डालर के आपात कोष पर स्वीकृति दिए जाने की मांग की है। इस पर डेमोक्रेट ने कहा है कि यह संक्रमण जितना भयावह है, इतनी राशि भी इस से निपटने के लिए कम रहेगी।
ट्रम्प प्रशासन ने शुरू में मात्र सवा अरब डालर की सहायता राशि दिए जाने की मांग की थी। प्रशासन ने इस पर कहा था कि इबोला के लिए जो फ़ंडिंग दी गई थी, उसमें से प्रशासन के पास 50 करोड़ डालर बचे थे, जिसे मिलाकर वह इस संक्रमण पर क़ाबू पा सकता है। डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को कहा है कि कोरोना वायरस दुनिया भर में बड़ी तेज़ी से पांव पसार रहा है और इस पर नियंत्रण किया जाना बहुत ज़रूरी है।