मिड ईस्ट में एक हजार सैनिक भेजेगा अमेरिका

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कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शहनान ने सोमवार को कहा कि यह निर्णय क्षेत्र में वायु, नौसेना और भूमिगत सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ईरान से किसी ख़तरे की आशंका नहीं है लेकिन अपने हितो की सुरक्षा के लिए सैनिक भेजे हैं।



लॉस एंजेल्स, 18 जून (हि.स.)। अमेरिका और ईरान के बीच मौजूदा तनाव ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पेंटागन ने सोमवार को मिड ईस्ट में एक हज़ार अमेरिकी सैनिक भेजने की घोषणा की है। अमेरिकी सेंट्रल कमान की ओर से ओमान सागर में तेल टैकरों पर हुए हमले में ईरान का हाथ होने की आशंका को लेकर पेंटागन ने यह निर्णय लिया है।

कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शहनान ने सोमवार को कहा कि यह निर्णय क्षेत्र में वायु, नौसेना और भूमिगत सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ईरान से किसी ख़तरे की आशंका नहीं है लेकिन अपने हितो की सुरक्षा के लिए सैनिक भेजे हैं।

नहीं लगेगा यूरेनियम भंडार पर अंकुश

उधर ईरान ने मंगलवार को कहा कि वह अपने यूरेनियम भंडार में वृद्धि करेगा। ईरान ने सन् 2015 में अमेरिका और पांच राष्ट्रों से यूरेनियम संवर्धन पर एक समझौता किया था। उस समय ईरान ने आश्वस्त किया था कि वह यूरेनियम संवर्धन नहीं करेगा। साथ ही उसने यह भी विश्वास दिलाया था कि वह 660 पौंड यूरेनियम से अधिक भंडारण नहीं करेगा। यह सीमा अगले गुरुवार को पूरी हो जाएगी। यह घोषणा ख़ुद ईरान आणविक ऊर्जा एजेंसी के प्रवक्ता बहरूज कमालवांडी ने की।


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