अमेरिका में बेरोज़गारी अपने चरम पर, कारोबार खोलने पर विचार
लॉस एंजेल्स 12 अप्रैल (हिस): अमेरिका में कोरोना से अस्त-व्यस्त कारोबार के कारण पिछले तीन सप्ताह में एक करोड़ सत्तर लाख लोग नौकरी से निकाले जा चुके हैं, अथवा रोज़गार छोड़ कर घर बैठे हुए हैं। इन बेरोज़गारों ने अधिकृत तौर पर अपनी बेरोज़गारी की सूचना सोशल सिक्यूरिटी विभाग को दे दी है। इस के पश्चात ये सभी लोग बेरोज़गारी भत्ते के रूप में पाँच सौ डालर प्रतिमाह हासिल करने के अधिकारी बन गए हैं। यह बेरोज़गारी 1930 की महामंदी से भी बड़ी बताई जा रही है। शनिवार को डिजनीलैंड ने अपने ओरलैंडो डिज़्नी पार्क के 43 हज़ार लोगों को रोज़गार से हटा दिया है।
बताया जाता है कि सन 2008 के आर्थिक मंदी के बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में रोज़गार के क्षेत्र में जो बढ़ोतरी हुई थी, वह कोरोना की भेंट चढ़ चुकी है। ट्रम्प के कार्यकाल में पिछले तीन सालों में बेरोज़गारी का स्तर 3.5 प्रतिशत तक पहुँच चुका था, जो पिछले 50 वर्षों में एक रिकार्ड के रूप में देखा जा रहा था।
विदित हो, ट्रम्प ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता में कारोबार फिर से खोलने के बारे में संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि वह मंगलवार को इस बारे में टास्क फ़ोर्स की एक विस्तारित बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में टास्क फ़ोर्स के सभी सदस्यों हेल्थ केयर से जुड़े वरिष्ठ लोगों के अलावा विभिन पक्षों को बुला कर निर्णय लेना चाहेंगे।
उन्होंने आशा जताई है कि कोरोना से निपटने के बाद अमेरिकी इकानमी पहले से ज़्यादा, विशाल, बेहतर और सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी इकानमी को कोरोना से मारे गए लोगों की स्मृति में हर संभव सुदृढ़ बनाया जाएगा।