वाशिंगटन, 17 अक्तूबर (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की और सीरिया बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका के शमिल नहीं होने का बचाव करते हुए कहा कि वह हजारों मील दूर कभी नहीं खत्म होने वाली लड़ाई में शामिल नहीं हो सकते हैं। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि पिछले सप्ताह तुर्की ने सीरिया के कुर्द इलाके पर हमला कर दिया जहां कुर्दिश लोगों का शासन है। तुर्की सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेज को आतंकी संगठन मानता है और अपनी सीमा से सटे इलाके को आतंक से मुक्त कर एक सुरक्षित जोन बनाना चाहता है। इस जंग में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं और हजारों लोगों को पलायन करना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि सीरिया से अमेरिकी सेना के हटने के बाद तुर्की ने कुर्द इलाके पर हमला किया है। हालांकि कुर्द आईएस के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का साथ दे रहे थे। अमेरिकी प्रशासन के इस कदम का विपक्षी दल ने निंदा की है। इसके अलावा दुनिया भर के देश राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम की आलोचना कर रहे हैं।
ट्रंप ने कहा, ‘ हम इस आधार पर वहां से निकले कि हम अपने महान सैनिकों को वापस घर लाने जा रहे हैं जो वहां हैं। हमें इन अंतहीन युद्धों से लड़ने की कोई जरूरत नहीं है। हम उन्हें घर वापस ला रहे हैं।’ साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि तुर्की और सीरिया क्षेत्र में शांति के लिए काम करेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि सीरिया पर तुर्की हमला उनके लिए कोई चौंकाने वाला नहीं रहा, तुर्की इसके लिए लंबे समय से योजना बना रहा था। अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर ट्रंप ने कहा कि उनके ज्यादातर सैनिक वापस लौट चुके हैं। अब करीब 28 सैनिक वहां पर हैं, लेकिन 50 से कम ही हैं. जो एक बेहद छोटी सेना है।
ट्रंप ने यह कहा कि वह तुर्की की इस कार्रवाई को लेकर उस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्रवाई की शुरुआत भी कर दी गई है। तुर्की के लिए स्टील पर शुल्क में बढ़ोतरी कर दी गई है। साथ ही दस अरब डॉलर की डील को खत्म करने की घोषणा भी की गई है।