लॉस एंजेल्स, 28 जनवरी (हि.स.)। तालिबान नियंत्रित गजनी प्रांत के देह याक जिले में सोमवार तड़के दुर्घटनाग्रस्त विमान अफगानिस्तान एयरलाइन का न होकर एक अमेरिकी मिलिट्री ‘टोही’ विमान था। इस दुर्घटना के दस घंटे बाद अमेरिकी मिलिट्री इस नतीजे पर तो पहुंची है कि यह एक ऐसा गगन भेदी विमान था, जो किसी शत्रु की रेंज में आ ही नहीं सकता था। अब सिर्फ इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ कैसे?
शुरुआत में इसे अफगानिस्तान एयरलाइन का यात्री विमान बताया गया था। इस हादसे में 80 यात्रियों के होने की खबरें आई थीं। सोमवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने मीडिया से कहा कि उन्हें इस विमान संबंधी परिस्थितियों के बारे में मालूम है, लेकिन वह कोई ब्योरा नहीं दे सकते। पेंटागन को जब जैसी जानकारी मिलेगी, वह साझा करेंगे।
इस बीच अमेरिकी मिलिट्री ने इस बात की पुष्टि की है कि यह अमेरिका के उन चार बम्बार डियर विमानों ई-11 में से एक था, जो अत्याधुनिक संचार साधनों से लैस था। इसे अफगानिस्तान में इसलिए तैनात किया गया था ताकि उसकी जमीन और आसमान में अपने विमानों और सैन्य कर्मियों के साथ लगातार संपर्क बना रह सके। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार अफगानिस्तान में कर्नल सोनी लेग्गेत्त ने पुष्टि की है कि यह एक ऐसा विमान था जो किसी शत्रु के हमले का शिकार नहीं हुआ है । लेकिन इस दुर्घटना के 10 घंटे बीत जाने के बावजूद असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
इस विमान में करीब आधा दर्जन चालक दल के सदस्य थे, जबकि इस दो इंजन वाले विमान में दो ही चालक होते हैं। इन चालक दल के सदस्यों के बारे में भी कुछ पता नहीं चल सका है। इस बीच तालिबान समर्थित सोशल मीडिया के हवाले से कहा जा रहा है कि इसे तालिबान ने मार गिराया है, लेकिन अमेरिकी मिलिट्री इसे सही नहीं मान रही है।