स्टॉहोम, 06 अक्टूबर (हि.स.)। स्वीडन में उत्तर कोरिया और अमेरिकी वार्ताकारों के बीच कार्यकारी स्तर की परमाणु वार्ता देर शनिवार को टूट गई है। यह वार्ता दोनों देशों के बीच महीनों से चल रहे गतिरोध को दूर करने के उत्साह के साथ शुरू की गई थी।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु वार्ताकार किम म्योंग गिल ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका का रुख बिल्कुल लचीला नहीं था। इसके अलावा उन्होंने ना तो अपने पुराने दृष्टिकोण और ना ही अपनी मनोवृत्ति में ही बदालाव लाया। हालांकि उन्होंने अमेरिकी वार्ताकारों के साथ काफी समय बिताया था।
विदित हो कि यह वार्ता स्वीडन के बाहरी इलाके में एक अलग थलग पड़े स्थान पर हुई। हनोई शिखर बैठक विफल होने के बाद पहली बार दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच औपचारिक चर्चा हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन जून महीने में कोरियाई गैर सैन्यीकृत क्षेत्र में मिले थे और परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता फिर से शुरू करने पर सहमत हुए थे।
स्टॉकहोम में उत्तर कोरियाई दूतावास के बाहर किम ने संवाददाताओं से कहा, ‘’वार्ता हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई और अंतत: टूट गई।‘’
हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि किम की टिप्पणी साढ़े आठ घंटों तक चली वार्ता के विषयों को प्रतिबिम्बित नहीं करती है। वाशिंगटन ने प्योंगयांग के साथ दो सप्ताहों में वार्ता की मेज पर आने का स्वीडन का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
अमेरिकी प्रवक्ता मोर्गन ऑरटेगस ने एक बयान में कहा, ‘’अमेरिका ने इस दौरान डीपीआरके के समक्ष कई रचनात्मक विचार रखे जो वार्ता में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा। इतना ही नहीं यह सघन संपर्क के महत्व को रेखांकित भी करता है।‘’