वाशिंगटन, 16 जनवरी (हि.स.)। अमेरिका और चीन ने बुधवार को दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए। उम्मीद की जा रही है कि इस समझौते से व्यापार में उठापटक को विश्राम मिलेगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपेक्षित सुधार हो सकेगा। चीन ने वादा किया है कि वह अमेरिका से 200 अरब डालर से अधिक का आयात करेगा, जो सन 2017 के स्तर से अधिक है। अमेरिका ने वादा किया है कि वह सीमा शुल्क दरों में 50 प्रतिशत की कमी करेगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने समझौते पर हस्ताक्षर की रस्म अदायगी के बाद कहा कि इस से वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकेगा। चीन के प्रतिनिधि मंडल के नेता उप प्रधान मंत्री लियु ही ने कहा कि यह समझौता दोनों के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों की समानता और पारस्परिक सम्मान पर आधारित है। व्हाइट हाउस ने भी समझौते का स्वागत किया है। चीन की ओर से उसके उप प्रधान मंत्री ली यू ही ने हस्ताक्षर किए।
समझौते की शर्तों के अनुसार चीन ने वादा किया है कि वह सन 2017 के स्तर पर 200 अरब डालर माल का आयात करेगा। इसमें 32 अरब डालर के कृषि योग्य उत्पाद होंगे। इनके अलावा मैन्युैक्चरिंग उत्पाद 78 अरब डालर, ऊर्जा 52 अरब डालर और सेवाएं 38 अरब डालर की होंगी। इसके विपरीत अमेरिका ने चीन के 360 अरब डालर के आयातित उत्पादों पर 25 प्रतिशत सीमा शुल्क दर बनाए रखेगी। इसी तरह चीन भी अमेरिका से आयातित 100 अरब डालर के उत्पादों पर सीमा शुल्क दर बनाए रखेगी।