चारा लेने निकली तीन किशोरियां खेत में हाथ पैर बंधी मिली, चचेरी बहनों की मौत:उप्र

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गंभीर हालत में तीसरी किशोरी को इलाज के लिए कानपुर किया गया रेफर घटना को देखते हुए डीएम-एसपी ने पीड़ित परिजनों से पूछताछ करते हुए जांच की शुरु



उन्नाव, 18 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना प्रकाश में आई है। यहां के असोहा थाना क्षेत्र में खेत पर चार लेने गई तीन नाबालिग किशोरियां मरणासन्न हालत में जंगल में मिली है। हैरत की बात यह है कि वारदात को अंजाम देने वाले ने तीनों युवती के हाथ-पैर उनके ही कपड़ों के उसे बांध दिए थे। बेसुध मिली तीन किशोरियों में दो को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है, जबकि एक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
वारदात की जानकारी पर डीएम, एसपी मौके पर पहुंच गए हैं और घटना की गहन छानबीन शुरू कर दी गई है। उधर, इस घटना की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ से एडीजी व आईजी उन्नाव के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के मुताबिक, असोहा थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में रहने वाली कोमल 15 वर्ष पुत्री संतोष पासी चचेरी बहन काजल 14 वर्ष पुत्री सूरजपाल पासी व रोशनी 16 वर्ष पुत्री सूर्य बली तीनों बुधवार दोपहर 3:00 बजे पशुओं के लिए हरा चारा लेने स सूर्य बली के बबुरा नाला के पास स्थित खेत से पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थी। तीनों किशोरियों के शाम तक खेत से ना लौटने पर परिजन परेशान हुए और उनकी तलाश में खेत पर गए। खेत पर तीनों किशोरियों के ना मिलने पर सभी सहम गए और अनहोनी की आशंका पर तीनों की तलाश ग्रामीणों के साथ मिलकर शुरू की गई। भाई विशाल ने बताया कि तलाश के दौरान रात में खेत से सटे जंगल में स्थित झाड़ियों के पास चचेरी बहनों के साथ तीनों किशोरियां बेसुध हालत में हाथ-पैर बंधे हुए मिली।
अस्त-व्यस्त हालत में तीनों किशोरियों को देख परिजन व ग्रामीण के होश फाख्ता हो गए। उन्होंने मामले की जानकारी थाना पुलिस को देते हुए तीनों को सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टर ने विशाल की दोनों बहनों को मृत घोषित कर दिया। जबकि नाबालिक चचेरी बहन की हालत नाजुक देखते हुए जिला अस्पताल से रेफर किया गया। जहां से कानपुर के उर्सला अस्पताल भेज दिया गया। इधर, कानपुर के जिला अस्पताल उर्सला से नाजुक हालत को देखते हुए एक निजी अस्पताल में उन्नाव कांड की पीड़ित को भर्ती करते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
उधर, तीन किशोरियों के जंगल में मरणासन्न हालत में मिलने की सूचना पर डीएम रविंद्र कुमार व एसपी आनंद कुलकर्णी जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने गंभीर हालत में डॉक्टरों द्वारा उपचार की जा रही बच्ची का हालचाल जाना। साथ ही घटनाक्रम को लेकर पीड़ित परिजनों से पूछताछ की मृतक के भाई विशाल ने घटना को लेकर रंजिश से इनकार किया है। वही सनसनीखेज घटना की जानकारी पर एडीजी व आईजी लखनऊ से उन्नाव के लिए देर रात रवाना हो गए हैं।
इस संबंध में एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक तीनों बच्चियां को जहरीला पदार्थ खिलाने की बात कहीं जा रही है। इस मामले में गहन छानबीन की जा रही है। घटना में कोई शामिल होगा ऐसे दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना को लेकर एडिशनल एसपी के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमों को लगाते हुए छानबीन शुरू कर दी गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजते हुए जांच की जा रही है।
बता दें कि, पीड़ित परिवार दलित वर्ग से आते हैं और घटना को लेकर गांव में रहने वाले समाज के लोगों में काफी गुस्सा है। इसको देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
प्रदेश में जंगलराज : सपा 
सपा प्रवक्ता सुनील साजन ने उन्नाव की घटना पर प्रेदश की योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि, यहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दावे बहुत किये जाते है लेकिन हकीकत में महिलाएं असुरक्षित हैं। सूबे में जंगलराज है, अपराधी बेलगाम हैं और दलितों पर अत्याचार नहीं थम रहे हैं। उन्नाव में दलित बच्चियों की हत्या सूबे जंगलराज की दास्तां बयां कर रही है।

 


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