उप्र: पांच साल में 40 फीसद बढ़े पर्यटक, योगी सरकार में 26 फीसद की वृद्धि
लखनऊ, 17 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में माहौल बदलने के साथ ही पर्यटन की तस्वीर भी बदलने लगी है। देशी और विदेशी पर्यटकों को अब उप्र रास आने लगा है। पिछले पांच साल में पर्यटकों की संख्या में करीब 40 फीसद की वृद्धि हुई है। इसमें भी सर्वाधिक 26.34 फीसद की वृद्धि योगी सरकार के पिछले तीन साल के कार्यकाल में हुई है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो पहले के तीन वर्षों (2015 से 2017) में पर्यटकों की संख्या में सिर्फ 13.34 फीसद की ही वृद्धि हुई थी। उसमें भी वर्ष 2015 और 16 के दौरान पर्यटकों की संख्या में सिर्फ 3.3 फीसद की मामूली वृद्धि हुई थी।
योगी सरकार ने कार्यकाल संभालने के साथ ही उत्तर प्रदेश को देश को पर्यटकों का सबसे पसंदीदा स्थल बनाने का लक्ष्य रखा। इस पर प्रभावी तरीके से अमल करने के लिए योगी सरकार ने ‘मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना’ की एक नयी पर्यटन नीति भी लागू की गई।
वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पाण्डेय की मानें तो योगी सरकार में उप्र में अधिकाधिक संख्या में पर्यटक आए, इसके लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों पर बेहतर बुनियादी सुविधाओं के लिए प्राथमिकता बनाकर काम हुआ। साथ ही उनकी सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए प्रमुख जगहों पर पर्यटक पुलिस की भी नियुक्ति हुई। काशी, अयोध्या, चित्रकूट, प्रयागराज, मथुरा-वृंदावन जैसे धार्मिक स्थानों पर जहां धार्मिक पर्यटक सर्वाधिक जाते हैं उन पर सरकार का खास फोकस रहा। इन सभी जगहों के विकास में मुख्यमंत्री ने न केवल निजी रुचि दिखाई बल्कि सार्वजनिक रूप से इनके विकास के लिए घोषणाएं भी की।
यूपी के पर्यटन, धर्मार्ध व संस्कृति मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि योगी सरकार ने पिछले तीन सालों में पर्यटन विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं। अब चाहें वो ईको टूरिज्म को बढ़ावा हो या फिर हरेक जनपद में एक-एक पर्यटन स्थलों को चिंहित कर पर्यटन विकास की योजना को तैयार करने का हो। योगी सरकार ने पर्यटन विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा की तर्ज पर संपूर्ण क्षेत्र के समेकित पर्यटन विकास के लिए शुक्रतीर्थ( मुजफ्फरनगर), अयोध्या, चित्रकूट, नैमिषारण्य और विंध्यान्चल क्षेत्र के ‘विकास परिषदों’ का गठन प्रस्तावित किया है।
योगी सरकार में ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी ने चित्रकूट को प्रयागराज, हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर को हरिद्वार की हर की पैड़ी की तरह विकसित करने की घोषणा की है। योगी सरकार की पहल पर दीपावली के एक दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव, काशी में देव दीपावली, मथुरा में जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जन्मोत्सव, चित्रकूट में रामायण मेला की भव्यता ने पर्यटकों को ध्यान अपनी ओर खींचा है।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों पर सर्वाधिक असर पिछले साल प्रयागराज में आयोजित भव्य और दिव्य कुंभ का हुआ। इसमें रिकॉर्ड करीब 24 करोड़ पर्यटक आये, जिसमें से 10.30 लाख पर्यटक विदेशी थे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने कई बार अपने भाषणों में यूपी का बखान करते हुए कहा है कि हमारे पास राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा और महादेव की काशी है। बुंदेलखंड की संपन्न ऐतिहासिक विरासत के अलावा पर्यटकों के लिए और भी बहुत सी चीजें हैं। पर्यटक और इस क्षेत्र में निवेश करने वाले उन जगहों पर आएं, इसके लिए सिर्फ माहौल की जरूरत है। सरकार लगातार यही माहौल देने का काम कर रही है।
कुंभ के दौरान प्रयागराज का कायाकल्प हो गया। अयोध्या के कायाकल्प की शुरुआत राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के पहले ही शुरू हो चुकी थी। घाटों और राम की पैड़ी का काफी हद तक सुंदरीकरण हो चुका है। इंटरनेशनल रामकथा म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी का निर्माण भी होना है। तुलसी स्मारक भवन के सुदृढ़ीकरण और उच्च स्तरीय पर्यटक अवस्थापना सुविधाओं के लिए सरकार ने हाल ही में आये बजट में क्रमश: 10 करोड़ रुपये और 85 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
इसी तरह वाराणसी में सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना के लिए 180 करोड़ रुपये, काशी-विश्वनाथ मंदिर के सुंदरीकरण एवं विस्तारीकरण के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है। योगी सरकार विन्ध्यांचल स्थित विन्ध्वासिनी देवी समेत अन्य तीर्थ स्थलों का भी कायाकल्प करने की तैयारी कर चुकी है।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन, धर्मार्ध व संस्कृति मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी की मानें तो पर्यटन स्थल के विकास से रोजगार के क्षेत्र में भी अपार वृद्धि हुई है। योगी सरकार ने प्रदेश के सभी विधायकों से अपने विधानसभा क्षेत्र के एक प्रमुख और गैर विवादित पर्यटन स्थल के नाम मांगे थे। अधिकांश विधायकों की ओर से प्रस्ताव आ चुके हैं। इन सभी जगहों पर सरकार 50-50 लाख रुपये खर्च कर बुनियादी सुविधाओं का विकास करेगी। विधायक चाहें तो अपने निधि से इस पर अतिरिक्त खर्च भी कर सकते हैं। कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलटी के तहत स्थानीय औद्योगिक इकाईयां भी इस पर खर्च कर सकती हैं।
उन्होंने बताया कि पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण 46 अन्य जगहों के विकास के लिए भी महत्वाकांक्षी योजनाएं बनी है। पर्यटकों के आकर्षण के लिए ही सरकार गोरखपुर में वॉटर स्पोर्टस पार्क का निर्माण करवा रही है। पर्यटन स्थलों पर कम समय में आना-जाना हो सके इसके लिए सभी पर्यटन स्थलों को एक्सप्रेस वे या चार लेन की बेहतर सडक़ों और हवाई यातायात से जोड़ने की भी योजना है। चित्रकूट, अयोध्या, झांसी में एयरपोर्ट प्रस्तावित है। अन्य कुछ प्रमुख जगहों को हेलीपोर्ट से जोड़ने की योजना है। इसमें कुंभ के दौरान आये करीब 24 करोड़ पर्यटकों की संख्या नहीं %