श्मशानघाट हादसा : पालिका परिषद ईओ, जेई और सुपरवाइज़र को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल
गाज़ियाबाद, 04 जनवरी (हि.स.) । मुरादनगर के उखरालसी में श्मशान घाट के गलियारे का लिंटर गिरने से हुए हादसे में सोमवार को गिरफ्तार किए गए मुरादनगर नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर सीपी सिंह व सुपरवाइजर आशीष को पुलिस ने आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया जहां से तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इन तीनों को आज दोपहर बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाया गया था। इससे पहले तीनों के खिलाफ मुकदमा 304, 337, 338 , 427, 409 आईपीसी की धाराओं में दर्ज हुआ था। इस मामले में रविवार की देर रात उखरालसी निवासी दीपक ने मुरादनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि उनके पिता जय राम का निधन हो गया था जिसके अंतिम संस्कार के लिए वह लोग श्मशान घाट पर गए थे। करीब 12:00 बजे जब अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चल रही थी तभी बारिश आ गई और लोग गलियारे में जाकर खड़े हो गए। इसी दौरान गलियारे का लिंटर भरभराकर गिर गया और उसमें बहुत से लोग दब गए। इसमें 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 15 से ज्यादा घायल हो गए।
दीपक ने रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि यह गलियारा कुछ दिन पहले बनाया गया था जिसमें घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल हुआ था। लेकिन अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर सीपी सिंह, आशीष अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण उसमें घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग मारे गए। एसपी ग्रामीण इराज राजा ने बताया की सारिका सिंह सीपी सिंह आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि ठेकेदार अजय त्यागी को तलाशा जा रहा है।