उप्र :मुकीम काला आतंक का दूसरा नाम था, एनआईए अफसर की हत्या दिनदहाड़े की थी

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मजदूरी करने वाला मुकीम जरायम दुनिया का बना बड़ा अपराधी, दर्ज है 61 मुकदमें,पुलिस को गिरफ्तारी के समय मुकीम के कब्जे से एके-47 बरामद हुई थी



मेरठ, 14 मई (हि.स.)। चित्रकूट जेल में मारा गया मुकीम काला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात बदमाश था। सहारनपुर में तनिष्क शोरूम में उसने पुलिस की वर्दी में दस करोड़ की डकैती डाली थी। पुलिस को गिरफ्तारी के समय उससे एके-47 बरामद हुई थी। कैराना के चर्चित पलायन के पीछे भी मुकीम काला गिरोह का हाथ था। मुकीम कभी एक चिनाई मिस्त्री के यहां मामूली मजदूर था। उसके खात्मे से शामली समेत पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश के व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
कुख्यात बदमाश मुकीम काला का सिक्का उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जमकर चला। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान की पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। मुकीम काला शामली जनपद के कैराना थाना क्षेत्र के जहानपुरा गांव का रहने वाला था। उस पर राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। मुकीम के भाई वसीम काला को 2017 में यूपी एसटीएफ ने मार गिराया था।
कैराना के चर्चित पलायन के पीछे था मुकीम
शामली जनपद के कैराना से पलायन का मुद्दा तत्कालीन भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने उठाया था। उन्होंने 346 लोगों की सूची जारी करके कहा था कि शामली और कैराना में बढ़ते अपराधों के कारण व्यापारी पलायन करने कर रहे हैं। उस समय यह मामला खूब चर्चित हुआ। इस चर्चित पलायन प्रकरण के पीछे मुकीम काला और उसके गिरोह के बदमाशों का आतंक था। उसकी रंगदारी की धमकियों से तंग आकर लोगों ने पलायन किया था।
चिनाई मिस्त्री से बन गया अपराधी सरगना
मुकीम काला शुरूआत में एक चिनाई मिस्त्री के साथ मजदूरी करता था। उसका पिता भी अवैध हथियारों की तस्करी करता था। उसने सहारनपुर निवासी मुस्तफा कग्गा के गिरोह में शामिल होकर अपराध का ककहरा सीखा और अपराधी सरगना बन गया। उसने रंगदारी नहीं देने पर कैराना के दो भाईयों राजेंद्र व शिवकुमार की हत्या कर दी थी। इससे व्यापारियों में उसका खौफ बढ़ता चला गया और उन्होंने पलायन कर दिया। सहारनपुर में मुकीम ने सीओ पर हमला करके उनके गनर की कारबाइन लूटी थी।
योगी सरकार बनने के बाद से खौफ में था अपराधी
30 अप्रैल 2016 में कैराना पलायन का मामला गूंजने के बाद 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद मुकीम गिरोह के खिलाफ पुलिस का अभियान शुरू हो गया। पुलिस के साथ मुठभेड़ में उसके कई बदमाश मारे गए और कुछ जेल में ठूस दिए गए। इससे उसके गिरोह की कमर टूट गई।

 


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