कानपुर, 10 नवम्बर (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना काल होने के बावजूद कानपुर मेट्रो अपने निर्धारित समय से पहले तैयार हो गई और आज इसका ट्रायल रन भी हो गया। चार से छह सप्ताह के अंदर कानपुरवासियों को मेट्रो की सुविधा मिल जाएगी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश अब देश का इकलौता राज्य हो गया जहां पर पांच शहरो में मेट्रो संचालित हो रही है। यह सभी केन्द्र की और प्रदेश की भाजपा सरकार होने के चलते संभव हो सका, जबकि पिछली सरकारों ने कभी भी मेट्रो के लिए नहीं प्रयास किये और उनका एक ही उद्देश्य था भ्रष्टाचार। यह बातें बुधवार को कानपुर मेट्रो ट्रायल रन का शुभारंभ करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
मुख्यमंत्री ने मेट्रो के पाॅलीटेक्निक डिपो में बटन दबाकर ट्रायल रन के लिए मेट्रो को रवाना किया। उन्होंने मेट्रो को अंदर से भी देखा। इस मौके पर उन्होंने एक से डेढ़ माह में मेट्रो को कानपुर की जनता के लिए चला देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि मेट्रो की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। उन्होंने कहा कि कानपुर इतना बड़ा शहर है कि इसे बहुत पहले ही मेट्रो की सुविधा मिलनी चाहिए थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आंकठ में डूबी पिछली सरकारों ने कभी इस पर ध्यान ही नहीं दिया। आगे कहा कि कानपुर मेट्रो के लिए यह भी बड़ी उपलब्धि है कि इसमें उन तकनीकों का प्रयोग किया गया जो अब तक भारत में कहीं नहीं हुआ। इसी के चलते कोरोना काल होने के बावजूद अपने निर्धारित समय से पहले ही प्रथम चरण की मेट्रो ट्रैक में दौड़ने के लिए तैयार हो गई। जबकि 15 नवंबर 2019 को मेट्रो का निर्माण कार्य का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ किया गया था। उन्होंने कहा कि अब कानपुर को जल्द मेट्रो के रूप में बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से संचालित व्यवस्था है।
इस दौरान प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पाण्डेय, सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक भगवती प्रसाद सागर, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, सुरेन्द्र मैथानी, उपेंद्र पासवान, विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक, अरुण पाठक, भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, दक्षिण जिलाध्यक्ष डा. बीना आर्या पटेल, ग्रामीण जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी शुक्ला मौजूद रहे।
पांचवा शहर हुआ कानपुर
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश में कोई मेट्रो नहीं थी। अब गाजियाबाद, लखनऊ, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बाद कानपुर पांचवा शहर है, जहां मेट्रो का संचालन शुरू होने वाला है। इस तरह पांच जिलों में मेट्रो की सुविधाएं देने वाले उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य बन गया। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कानपुर को बहुत पहले ही यह सुविधा मिलनी चाहिए थी। यह घनी आबादी वाला शहर है। कानपुर की मेट्रो बेहतरीन है और अत्याधुनिक है। समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने किया। उन्होंने उन्हें मेट्रो ट्रेन का मॉडल भी भेंट किया।