किया गिरफ्तार उप्र एटीएस ने चार और रोहिंग्याओं को

0

एटीएस को हवाला के जरिए कारोबार करने के भी साक्ष्य मिले
 तीन रोहिंग्या महिलाओं को मलेशिया भेजा गया



लखनऊ, 19 जून (हि.स.)। एक संगठित गिरोह को बनाकर म्यांमार के रोहिंग्याओ को बांग्लादेश के रास्ते भारत में अवैध तरीके से लाया जा रहा है। यूपी एटीएस ने ऐसे संगठित गिरोह के सरगना समेत चार रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। इनके पास से उनाचर कार्ड, दूसरे राज्य का पहचान पत्र, विदेशी मुद्रा और अन्य चीजें बरामद हुई है।
एटीएस आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि मूलरूप से म्यांमार निवासी हाफिज शफीक उर्फ शबीउल्लाह, हालपता मेरठ निवासी अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज, उसका भाई मुफीजुर्रहमान उर्फ मुफीज और मो. इस्माइल को पकड़ा है। हाफिज गिरोह का सरगना है। जबकि मुफीजुर्रहमान को अलीगढ़, अजीजुर्रहमान व मो.इस्माइल को बुलंदशहर के खुर्जा से गिरफ्तार किए गए हैं।
प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि हाफिज शफीक अपने साथियों के साथ मेरठ में रहकर अवैध तरीेके से भारत लाये गए रोहिंग्याओं का भारतीय दस्तावेज में पहचान पत्र, आधार कार्ड अन्य चीजें बनवायी है। भारतीय पासपोर्ट से रोहिंग्याओं को विदेश यात्रा भी करवाया है। हाफिज का एक संगठित गिरोह है, जो लगातार रोहिंग्याओं को भारत में लाकर उन्हें भारत के नागरिक के रुप में स्थापित कर रहा है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस के हाथ लगे सबूतों के मुताबिक, सरगना हाफिज अपने संगठित गिरोह की मदद से रोहिंग्या महिलाओं की तस्करी भी कर रहा है। इसके अलावा सोना और कीमती वस्तुओं की भी तस्करी हो रही है। अभी तक  तीन रोहिंग्या महिलाओं को मलेशिया भेजे जाने के साक्ष्य मिले हैं।
एडीजी ने यह आशंका व्यक्त की है प्रदेश में अब तक 1800 से अधिक रोहिंग्या को अवैध तरीके से भारत में लाया जा चुका है। बाद में प्रदेश के विभिन्न शहरों में लाकर उन्हें व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, फैक्टरी में नौकरी दिलायी गई है और इसके एवज में उन लोगों से वेतन का एक बड़ा हिस्सा बतौर कमीशन वसूला जा रहा है। यह भी पता चला है कि इस गिरोह ने कई रोहिंग्या को फर्जी भारतीय पासपोर्ट बनवाकर विदेश भेजा गया है।
एडीजी ने यह भी बताया कि शुरुआती जांच में एटीएस को हवाला के जरिए कारोबार करने के भी साक्ष्य मिले हैं, जिसका असर देश की अर्थ व्यवस्था पर पड़ रहा है। एटीएस इस मामले में गहन छानबीन कर रही है। पकड़े गए आरोपितों को जल्द ही अदालत में पेशकर पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड लेगी।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *