लखनऊ, 21 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के बाहर जाने के सारे कार्यक्रम रद्द कर दिये। वे लखनऊ में ही रहकर उपद्रव की घटनाओं पर नजर रखेंगे। शनिवार को उनका अमेठी जाने का कार्यक्रम तय था। उन्होंने उसे भी रद्द कर दिया। सुबह से ही वे एक-एक कर अधिकारियों से हर जगह की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री बाहर के प्रदेशों से आकर यहां दंगा फैलाने काे लेकर अधिक चिंतित हैं।
हालांकि आज सुबह से पूरे प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। व्यवस्था सुधारने की पूरी कोशिश की जा रही है। उधर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर शुक्रवार को देर रात तक उग्र प्रदर्शन चलता रहा। इसमें पूरे प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं में कुल 13 लोगों की मौत हो गई, जिसमें आठ साल का एक बच्चा भी है। जानकारी के अनुसार मेरठ में चार, बिजनौर, कानपुर, संभल में दो-दो, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद व वाराणसी में एक-एक की जान गई है। आईजी कानून व्यवस्था ने आठ की मौत की पुष्टि की है।
चर्चाओं के मुताबिक बहराइच के हसनगंज के खदरा इलाके में गुरुवार को हुए उपद्रव के पीछे सपा के एक कद्दावर स्थानीय नेता का हाथ बताया जा रहा है। खुफिया विभाग ने इसकी रिपोर्ट पहले ही प्रशासन को दे दी थी कि नेता ने बहराइच से 60 उपद्रवियों की टोली बुलाई है। इसके बावजूद पुलिस उपद्रवियों को हिरासत में नहीं ले सकी। न ही उस क्षेत्र को सील ही किया जा सका।। इस कारण उसी इलाके में दोपहर करीब एक बजे उपद्रवियों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया।