भारत को मिल सकती है सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता
संयुक्त राष्ट्र, 27 जून (हि.स.)। भारत को संयुक्त राष्ट सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता मिल सकती है। एशिया-प्रशांत समूह के 55 देशों ने सुरक्षा परिषद में भारत को अस्थाई सदस्यता देने का समर्थन किया है। यह सदस्यता साल 2021-22 के लिए होगी। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
पिछले कुछ समय से भारत सुरक्षा परिषद में बदलाव की बात करता रहा है, ऐसे में अगर भारत उसका सदस्य बनता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत होगी। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है, जब भारत सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बनेगा। इससे पहले भी वह सात बार इस श्रेणी में शामिल हो चुका है।
विदित हो कि सुरक्षा परिषद के पांच अस्थाई सदस्यों के दो साल के कार्यकाल के लिए अगले साल जून में चुनाव होगा और एशिया प्रशांत क्षेत्र से दो सदस्य चुने जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र परिषद में पांच स्थायी और दस अस्थायी सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल सिर्फ दो साल के लिए ही होता है। सुरक्षा परिषद के पांच सदस्य स्थाई हैं जिनमें चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा कि एशिया-प्रशांत ग्रुप के 55 देश भारत की सदस्यता का समर्थन कर रहे हैं। इन देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, सउदी अरब, ईरान, चीन और पाकिस्तान शामिल हैं।
पिछले कुछ समय से भारत सुरक्षा परिषद में बदलाव की बात करता रहा है, ऐसे में अगर भारत उसका सदस्य बनता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत होगी। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है, जब भारत सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बनेगा। इससे पहले भी वह सात बार इस श्रेणी में शामिल हो चुका है।
विदित हो कि सुरक्षा परिषद के पांच अस्थाई सदस्यों के दो साल के कार्यकाल के लिए अगले साल जून में चुनाव होगा और एशिया प्रशांत क्षेत्र से दो सदस्य चुने जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र परिषद में पांच स्थायी और दस अस्थायी सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल सिर्फ दो साल के लिए ही होता है। सुरक्षा परिषद के पांच सदस्य स्थाई हैं जिनमें चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा कि एशिया-प्रशांत ग्रुप के 55 देश भारत की सदस्यता का समर्थन कर रहे हैं। इन देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, सउदी अरब, ईरान, चीन और पाकिस्तान शामिल हैं।
इससे पहले भारत 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 में सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य रहा था