कानपुर, 22 अगस्त (हि.स.)। सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों का मुख्य हत्यारा विकास दुबे भले ही पुलिस मुठभेड़ में मारा गया हो, पर अभी उसका नाम लोग दूसरों को डराने और धमकाने में शान से ले रहे हैं। बीते दिनों एक युवक ने विकास का नाम लेकर रंगदारी मांगी थी और अब एक अज्ञात व्यक्ति ने एक फौजी को धमकी दी कि अगर अपनी पत्नी को नहीं ले गये तो खतरनाक खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उसने यह भी हवाला दिया कि मैं विकास दुबे का दोस्त हॅूं और कोर्ट में घुसकर एक अधिकारी की हत्या कर चुका हॅूं। फौजी के परिवार ने इसकी शिकायत गोविंदनगर थाने में की। सुनवाई न होने पर एसएसपी से शिकायत की।
दबौली में रहने वाला एक फौजी नागालैंड में नौकरी करता है और उसका पत्नी से कई सालों से विवाद चल रहा है। पत्नी अपने मायके में रहती है और फौजी का परिवार दबौली में रह रहा है। फौजी इन दिनों छुट्टी पर घर आया हुआ है तो उसके कुछ रिश्तेदार पति पत्नी में समझौता कराने का प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच हाल ही में फौजी के पास एक दिन फोन आया और फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय बिकरु कांड के मुख्य अभियुक्त व पुलिस मुठभेड़ में मारा गया विकास दुबे का मित्र बताया। उसने कहा कि अपनी पत्नी को ले जाओं नहीं तो आपको गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मेरे विषय में पता कर लो कोर्ट में घुसकर एक अधिकारी की हत्या कर चुका हूं। अपनी जान की सलामती चाहते हो तो पत्नी को साथ ले जाओ, वरना अच्छा नहीं होगा। फौजी के मुताबिक जिस व्यक्ति ने फोन किया है और जिस तरह से वह हमारे विषय में सब कुछ जानता है उससे पूरी संभावना है कि धमकी देने वाला इलाके का कोई है। फौजी के परिवार ने इसकी शिकायत गोविंदनगर थाने में की। सुनवाई न होने पर एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने स्वाट टीम को जांच के निर्देश दिए। स्वाट प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि फौजी उसके परिवार और पत्नी से पूछताछ की जा रही है।
विकास के नाम रंगदारी का भी सामने आया था मामला
विकास का नाम लेकर धमकी दिये जाने का यह शहर पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी बर्रा साउथ ईडब्ल्यूएस निवासी फैक्ट्री कर्मी दीपेंद्र उर्फ राम ठाकुर ने एक कंप्यूटर संस्थान के केयरटेकर को फोन करके रंगदारी मांगी थी और अपने को विकास दुबे का भाई बताया था। हालांकि केयरटेकर की शिकायत पर जूही थाना पुलिस ने आरोपी राम ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि उसका विकास दुबे से दूर-दूर तक का नाता नहीं था। राम ठाकुर ने बताया था कि पैसों की जरुरत थी और विकास दुबे का नाम सुर्खियों में था, इसीलिए विकास के नाम पर रंगदारी मांगी थी। यही नहीं मेरठ में भी विवाद के बाद एक पक्ष ने विकास दुबे का भाई बताकर दूसरे पक्ष को धमकी दी थी। पीड़ित ने एसपी क्राइम से शिकायत की थी, जिसपर जांच शुरू हुई थी। अब देखना होगा कि फौजी को धमकी देने वाला विकास दुबे का दोस्त है या राम ठाकुर जैसा कोई अन्य व्यक्ति। पुलिस मामले की जांच कर मोबाइल नंबर को सर्विलांस में लगा दिया है और एसएसपी डा. प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि जल्द ही धमकाने वाला गिरफ्तार कर लिया जाएगा।