लॉस एंजेल्स, 23 अगस्त (हि.स)। एक पत्रकार अपनी जान को जोखिम में डाल कर अपने पाठकों, श्रोताओं और दर्शकों को अपने और अपनी ख़बरों से जोड़ता है, तो उसके लिए वह क्षण निश्चित अहम् होता है। उस पत्रकार के लिए उस समय सभी दर्शक और श्रोता बराबर होते है। ऐसे पत्रकारों को उनके ईमेल, वाट्सअप पर आए दिन सैकड़ों सुझाव, नई स्टोरी के लिए ज्ञान और धमकियाँ भी ख़ूब मिलती है।
फ़्लोरिडा के एक महानगर टेम्पा में एक ख़ूबसूरत महिला टीवी रिपोर्टेर प्राइस विक्टोरिया (28 वर्ष) की ज़िंदगी में भी ऐसा ही हुआ। एक अज्ञात महिला ने प्राइस विक्टोरिया के ईमेल पर एक आत्मीय संदेश लिख कर उसे नया जीवन दान दे दिया। हुआ यह कि इस अज्ञात महिला ने लिखा था, ‘हाय, मैंने आपकी न्यूज़ रिपोर्ट देखी। मुझे फ़िक्र है, मैंने तुम्हारी गर्दन पर एक छोटी सी गाँठ देखी है। अपना थायरेड चेक कराएँ।’
प्राइस विक्टोरिया ने सरसरी निगाह से अपने परिचित मेल, जानकार मित्रों और आफिस के संदेश देखे। उसने इस अज्ञात दर्शक के कमेंट पर ग़ौर नहीं किया। कोविड-19 और काम की मारामारी में एक-दो महीने का समय निकल गया। उसे लगा कि यों भी टीवी रिपोर्टेर/न्यूज़ रीडर की ख़ूबसूरती, उसके चहरे, चहरे की बनावट, आँखें, होंठ और तीखी नाक और सिर के लंबे-काले बालों आदि पर ढेरों कमेंट आते हैं। इसके बावजूद प्राइस उस अज्ञात महिला दर्शक के ईमेल को कभी कभी याद ठिठक जाती थी। एक दिन प्राइस ने अपने ब्याय फ़्रेंड रेयान स्मिथ से इस ईमेल की चर्चा कर डाली। हालाँकि वह अपने मित्र से यदा-कदा थकी माँदी होने की शिकायत करती रहती थी। यह मित्र भी टी वी रिपोर्टेर था। उसने चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी।
‘पैपिलरी थायराइड कैंसर : प्राइस विक्टोरिया ने अपने चिकित्सक से ‘अपवाइंटमेंट’ लिया। चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड करवाया। रक्त की जाँच करवाई गई। इस चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड और रक्त की रिपोर्ट देख कर प्राइस को बताया, तो उसे लगा कि पाँव के नीचे से ज़मीन निकल गई है। चिकित्सक ने ढाढ़स बढ़ाया,’’ निश्चित रहें, यह ‘पैपिलरी थायराइड कैंसर’ है, उसके लिंफ नोड्स बढ़ने ज़रूर शुरू हो गए हैं। लेकिन आप समय पर आ गई हैं। इसका उपचार है, सर्जरी करानी होगी, फिर सब सामान्य हो जाएगा। उसे आपरेशन की शीघ्र तिथि मिल गई। गत 27 जुलाई को टेम्पा जनरल अस्पताल में सर्जरी हुई, थायराइड निकाला गया। इसके साथ, सर्जन ने 19 कैंसर युक्त लिंफ नोड्स निकाले।
सोशल मीडिया से अज्ञात महिला को आभार: अब प्राइस विक्टोरिया ने अस्पताल बेड से ही अपने ‘डब्ल्यू एफ एल ए’ टी वी दर्शकों को अपनी आप बीती सुनाई। और ख़ास कर उस अज्ञात महिला के प्रति आभार जताया। प्राइस ने कहा, ‘’यह रोग प्रायः 20 वर्ष से 35 वर्ष की महिलाओं में होता है। इसके लिए उन्हें अपने गर्दन की थायराइड जाँच ज़रूर करा लेनी चाहिए। कहती हैं कि वह टी वी रिपोर्टेर नहीं होती और उस अज्ञात महिला ने नहीं संदेश दिया होता तो उसके कैंसर लिफ़ं नोड्स बढ़ते रहते। अमेरिका में हर साल थायरायड कैंसर के दो लाख मामले सामने आते हैं। थायरायड कैंसर की उत्पत्ति थायरायड सेल से होती है। इस से गर्दन के निचले हिस्से पर एक बटर फ़्लाई आकार की गाँठ उभरने लगती है, फिर आवाज़ भारी होने लगती है, गर्दन में पीड़ा होती है। ये लक्षण देखें, तो घबराए नहीं। अल्ट्रासाउंड कराएँ और रक्त की तत्काल जाँच कराएँ। प्रकाश में आते
प्राइस विक्टोरिया ने इस जानकारी को सोशल मीडिया पर साझा की तो पहले ही दिन उसे 20,000 पोस्ट मिले, हर पोस्ट में बेहतर स्वास्थ्य की कामना के संदेश थे। इसके बाद उसका उत्साह बढ़ता गया, उसने जन जागरण के लिए अब थायराइड फ़ाउंडेशन बना दिया है।