कोलकाता, 06 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण और मौत के आंकड़ों पर लेकर केंद्र और राज्य सरकारों में टकराव बढ़ने के आसार हैं। केंद्रीय गृह सचिव आईएस अजय भल्ला ने बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को एक चिट्ठी लिखकर कई मुद्दों पर चिंता जाहिर की है। इसमें पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक मृत्यु दर को लेकर विशेष तौर पर उल्लेख किया गया है।
अजय भल्ला ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर 13.2 है जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है। इसकी वजह यह है कि राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं लचर हैं, निगरानी की कमी है और लॉकडाउन के प्रावधानों का पालन कराने में बंगाल सरकार विफल रही है। अपनी चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि केंद्र सरकार की ओर से दो अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम बंगाल गई थी जो कोलकाता और उत्तर बंगाल का दौरा कर चुकी हैं। सात जिलों का आकलन करने के बाद टीम ने रिपोर्ट दी है कि पश्चिम बंगाल के अधिकतर क्षेत्रों में लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है। विशेषकर हावड़ा और कोलकाता में। हावड़ा में पुलिस कर्मियों पर हमले की घटनाएं चिंताजनक हैं। कई जगहों पर लोग गंगा में नहा रहे हैं। सार्वजनिक जगहों पर घूम रहे हैं। बिना मास्क के लोग बाहर निकल रहे हैं और बच्चे भी क्रिकेट खेलने से परहेज नहीं कर रहें। राज्य सरकार को चाहिए कि अधिकतर क्षेत्रों में अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर लॉक डाउन सुनिश्चित करें।
अपनी चिट्ठी में उन्होंने राज्य सरकार को स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एन-95 मास्क और प्रोटेक्टिव सूट की उपलब्धता सुनिश्चित करने का सुझाव भी दिया है। गृह सचिव ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल सरकार को केंद्रीय आदेश के मुताबिक लॉकडाउन के प्रावधानों का पालन हर हाल में सुनिश्चित करना होगा, इसके लिए अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती जरूरी है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों को अस्पताल पहुंचाने और उनके बेहतर इलाज में भी सरकार जबरदस्त कोताही बरत रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए। निगरानी व्यवस्था और उपचार व्यवस्था दोनों दुरुस्त करने की जरूरत है। भल्ला ने कहा है कि बंगाल सरकार को तत्काल इसका पालन सुनिश्चित करना होगा।