गिरिराज के छूने से अपवित्र हो गए भीमराव अंबेडकर
बेगूसराय, 15 फरवरी (हि.स.)। महापुरुष महान होते हैं और उनकी प्रतिमा किसी के छूने से अपवित्र नहीं हो सकती। लेकिन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के छूने से बेगूसराय के बलिया में स्थापित डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अपवित्र हो गई है। शुक्रवार को गिरिराज सिंह ने भारतवंशी जागृति यात्रा के दौरान उस प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया था। इसके बाद शनिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी समेत विभिन्न विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने डॉ अंबेडकर की प्रतिमा को अपवित्र मानते हुए उसका शुद्धीकरण किया। आश्चर्य की बात तो यह है कि पूजा -पाठ में विश्वास नहीं रखने की बात करने वाले वामपंथी कार्यकर्ताओं को भी अब पूजा पाठ में विश्वास होने लगा और तभी तो उन्होंने प्रतिमा की गंगाजल से शुद्ध किया। प्रतिमा का शुद्धिकरण करने वाले सनोज समेत अन्य ने बताया कि गिरिराज सिंह हमेशा नफरत फैलाने की बात करते हैं। हम बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और उनके संविधान के मानने वाले लोग हैं जबकि संविधान बदलने की कवायद कर रहे यह लोग गोडसे को मानने वाले हैं। शुक्रवार को गिरिराज सिंह साहेबपुर कमाल सेे बलिया तक संप्रदायिकता भड़काने वाली बात बोल रहे थे। नफरत फैलाते हुए बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। इसीलिए हम लोगों ने भाईचारा के लिए प्रतिमा का शुद्धिकरण किया है, सीपीआई का कोई जात-धर्म नहीं है। बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों को मानने वाले हम लोग सभी जाति, धर्म और इंसानियत की बात करते हैं।
इधर प्रतिमा धोने का मामला सामने आते ही बेगूसराय में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बजरंगदल के प्रदेश सह संयोजक शुभम भारद्वाज ने पत्रकारों से कहा कि कल साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में निकली भारत वंशी जागृति यात्रा सफल रही जिसका जीता जागता उदाहरण वहां के वामपंथियों व मुसलमानों ने जागृत होकर गंगाजल का महत्व समझा और आज सभास्थल पर गंगाजल का छिड़काव किया। उन्होंने कहा कि वामपंथियों द्वारा मां गंगा या अन्य देवी -देवताओं का मजाक बनाया जाता रहा है। लेकिन कल वाली यात्रा से वहां के वामपंथी, मुसलमान और सीएए विरोधी भी जागृत हुए तथा गंगा जल का इस्तेमाल करने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा बिहार प्रदेश के मीडिया प्रभारी मृत्युंजय कुमार वीरेश ने कहा है कि बलिया प्रखंड कार्यालय में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर गिरिराज सिंह ने माल्यार्पण कर प्रणाम किया था। इसके बाद जिस ढंग से वामपंथियों ने उनकी प्रतिमा को धोने का काम किया, इससे साफ जाहिर है कि वामपंथी पूरे देश को जात-पात में बांटने का प्रयास कर रहे हैं। सभी वर्गों को टुकड़े-टुकड़े में बांटने, पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने, वर्ग विशेष के पक्ष में खड़ा होने, टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करने वाले वामपंथियों ने यह घिनौना काम किया है।