न्यूयॉर्क, 30 जुलाई (हि.स.)। अफगानिस्तान में पिछले 18 साल से चल रहे गृह युद्ध समाप्त करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन जितनी संख्या में लोग हताहत या घायल हो रहे हैं, वह स्वीकार्य नहीं है। ये बातें संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहीं। हालांकि अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल की पहली छ:माही में पिछले साल की तुलना में हताहतों की संख्या में 30 प्रतिशत की कमी आई है जो एक रिकॉर्ड है। संयुक्त राष्ट्र ने हताहतों की संख्या में कमी का स्वागत किया है, लेकिन मृतकों और घायलों की संख्या के स्तर को लेकर चिंता भी जताई है।
जानकारी के मुताबिक, इस साल जून महीने तक 1366 लोग मारे गए हैं, जबकि 2446 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में अधिकांश आम नागरिक शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि सभी पक्षों ने नारिकों की मौत में कमी लाने के लिए प्रयास करने की घोषणा की है जो अपर्याप्त है।
जेंसी ने यह भी कहा है कि तालिबान हमले की तुलना में अमेरिकी सेना और अफगान सेना के हवाई और जमीनी हमले में ज्यादा आम नागरिक मरे हैं। इस साल जून तक अमेरिकी और अफगान सेना के हमले में 717 आम नागरिक हताहत हुए हैं जो इस अवधि में पिछले साल की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक है। इनमें एक तिहाई बच्चे हैं। साल 2019 के पूर्वार्द्ध में 327 बच्चे हताहत हुए हैं, जबकि 880 घायल हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अफगानिस्तान में गृह युद्ध के दौरानकम से कम 3804 लोग मारे गए थे और जिनमें 927 बच्चे थे। यह हाल हाल तब है ,जब अफगानिस्तान में शांति के लिए कई दौर की वार्ता हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र ने दोहा में हुए वार्ता से पहले सभी पक्षों से स्पष्ट रूप से नागरिकों को बख्शने की बात कही थी। वार्ता के दौरान आम नागरिकों की हत्या रोकने से संबंधित एक अस्पष्ट प्रस्ताव भी लाया गया था, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हुआ है और आम नागरिकों की हत्या लगातार जारी है।