21 अक्टूबर से महाकालेश्वर के आरती समय में परिवर्तन
उज्जैन, 19 अक्टूबर (हि.स.)। महाकालेश्वर मंदिर में कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा (21 अक्टूबर) से भगवान की तीन आरतियों के क्रम में परिवर्तन होगा। यह परिवर्तन फाल्गुन शुल्क पूर्णिमा तक चलेगा। इसके बाद फिर पूर्ववत स्थिति हो जाएगी।
मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि प्रात: होनेवाली आरती 07.30 से 08.15 तक, भोग आरती प्रात: 10.30 से 11.15 तक एव संध्या आरती सायं 06.30 से 07.15 बजे तक होगी। उन्होने बताया कि भस्मार्ती प्रात: 04 से 06 बजे तक, सायंकालीन पूजन सायं 05 से 05.45 तक एवं शयन आरती रात्रि 10.30 से 11 बजे तक अपने निर्धारित समय पर ही होगी।
धन्वंतरि पूजन 02 नवंबर को
श्री धाकड़ ने बताया कि इस वर्ष मंदिर में भगवान धन्वंतरि का पूजन 02 नवंबर,कार्तिक कृष्ण द्वादशी (भोम प्रदोष) को होगा। उस दिन भगवान का विशेष अभिषेक पूजन किया जाएगा।
गर्म जल से स्नान 04 नवंबर से
श्री धाकड़ ने बताया कि रूप चतुर्दशी 04 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन तड़के भगवान को अभ्यंग स्नान करवाया जाएगा। इसी दिन से बाबा को शीत ऋतु प्रारंभ होने के चलते गर्म पानी से प्रतिदिन स्नान करवाया जाएगा। यह क्रम फाल्गुन शुल्क पूर्णिमा तक चलेगा। इसके बाद पुन: ठण्डे पानी से स्नान करवाया जाएगा। रूप चतुर्दशी को प्रात: 7.30 बजे भगवान को अन्नकूट भोग लगाया जाएगा। 05 नवंबर को गोवर्धन पूजा होगी।