भोपाल, 09 अक्टूबर (हि.स.) । योग का जीवन में कितना महत्व है, यह हम सभी को पता है। लेकिन इसे लेकर कितने लोग गंभीर हैं, यह बात भी किसी से छिपी नहीं है । स्वस्थ भारत के लिए जरूरी है कि विद्यार्थियों को इससे अनिवार्य रूप से जोड़ दिया जाए, इसी को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अब नया निर्देश जारी किया है। मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में इससे जुड़े निर्देश पहुंच गए हैं।
इन नए नियम के तहत अब फिट इंडिया अभियान में सभी विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों को अनिवार्य कर दिया गया है कि वे अपने यहां नियमित रूप से योग करें और करवाएं । प्रतिदिवस एक घंटा योग-ध्यान, एरोबिक्स, मार्शल आर्ट की कक्षाएं लगाना अनिवार्य होगा । विश्वविद्यालय व कॉलेज कर्मचारियों से भी पत्र में अपेक्षा की गई है कि वे भी नियमित अनिवार्य योग या शारीरिक गतिविधि का हिस्सा बने।
इस संबंध में इंद्रप्रस्थ महाविद्यालय संचालित कर रहे डॉ. दीपक सिंह ने बुधवार को हिस को बताया कि फिट इंडिया अभियान में यह पत्र यू.जी.सी. की ओर से आया है । पत्र के अनुसार निर्देश यही है कि कॉलेज और विवि में स्टूडेंट्स, टीचर्स एवं अन्य कर्मचारी अनिवार्य रूप से योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। वह रोजाना एक घंटा योग-ध्यान, एरोबिक्स, मार्शल आर्ट करें, जिससे कि सभी अधिक से अधिक स्वस्थ रह सकें।
उल्लेखनीय है कि यूजीसी से आए इस पत्र में सभी संस्थानों से कहा गया है कि वे अपने यहां मानसिक रूप से स्वास्थ्य लाभ देने और अवसाद, चिंता, तनाव दूर करने के लिए इससे जुड़े सेमिनार व कार्यशालाओं का भी आयोजन करें। वहीं, यदि किसी संस्थान के पास योग शिक्षकों का अभाव है तो वे इस कार्य के लिए, पूर्व सैनिकों और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं की भी सेवाएं ले सकते है।