आरा,15 दिसम्बर(हि. स.)।वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय ,आरा के तीन अंगीभूत कॉलेजों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मिली राशि नियमानुकूल खर्च नहीं की है जिससे अब उन्हें जांच से गुजरना पड़ेगा। आरा के प्रतिष्ठित कॉलेजों में शामिल एच डी जैन कॉलेज,महाराजा कॉलेज और बक्सर जिले के डुमरांव स्थित डीके कॉलेज के प्राचार्यों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से बड़ी राशि विकास कार्यों के ले तो ली किन्तु उसका सही तरीके से इस्तेमाल नही किया। बिहार महालेखाकार कार्यालय की टीम ने अंकेक्षण के दौरान विश्व विद्यालय अनुदान आयोग की यह राशि नियमानुकूल खर्च नहीं करने पर आपत्ति दर्ज की थी।
बिहार महालेखाकार कार्यालय की टीम की अंकेक्षण के दौरान पकड़ी गई अनियमितताओं के बाद दर्ज की गई आपत्ति को देखते हुए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व सीनेट सदस्य अजय कुमार तिवारी ने तत्कालीन कुलपति प्रो.सैयद मुमताजुद्दीन से शिकायत कर मामले की जांच कराने की मांग की थी। पूर्व सीनेट सदस्य के आवेदन पर विश्वविद्यालय के इन तीन कॉलेजों द्वारा यूजीसी की राशि नियमानुसार खर्च नहीं करने के अकाउंटेंट जनरल ऑफिस की ऑडिट टीम की आपत्ति को देखते हुए एक जांच समिति गठित कर दी गई। जांच कमिटी के गठन के बावजूद इस मामले की जांच को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
मामले को ठंडे बस्ते में पड़ते देख एकबार फिर जब पूर्व सीनेट सदस्य अजय कुमार तिवारी मुनमुन ने बिहार सरकार,राजभवन और यूजीसी मुख्यालय को पत्र लिखा तो सभी संबंधित कार्यालयों से एकबार फिर मामले की जांच का आदेश दिया गया है। अजय कुमार तिवारी मुनमुन ने बताया कि राज्य सरकार,राजभवन और यूजीसी के जांच कराने संबंधी पत्रों को लेकर वह वर्तमान कुलपति से जल्द ही मुलाकात करेंगे और यूजीसी की राशि के साथ खिलवाड़ करने वाले तीनों कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग करेंगे।