नई दिल्ली, 26 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान के भीलवाड़ा और भरतपुर में दो नये मेडिकल कॉलेज और तीन मेडिकल कॉलेजों में नये सुपरस्पेशिलिटी ब्लॉक जनता को समर्पित किए गए। इन पर 828 करोड़ रुपये की लागत आई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इनका उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, राजस्थान के ऊर्जा मंत्री डॉ. बुलाकी दास कल्ला, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, संबंधित स्थानीय सांसद, विधायक, विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि 2003 में लालकिला के प्राचीर से तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश में नई दिल्ली के एम्स जैसे केन्द्र खोलने और मेडिकल कॉलेजों में सुपरस्पेशिलिटी ब्लॉक बनाए जाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस काम को आगे बढ़ाया और 6 साल में देश में 23 नये मेडिकल कॉलेज बने। इसी तरह देश में 22 और एम्स भी बनाए गए।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भाजपा की वरिष्ठ नेता स्वर्गीय राजमाता विजयराजे सिंधिया की स्मृति में भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया गया है। उन्होंने बताया कि इन दोनों मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर 150-150 करोड़ रुपये की राशि खर्च आई है। इन दोनों कॉलेजों में 150-150 अंडर ग्रेजुएट मेडिकल सीट होंगी। भरतपुर मेडिकल कॉलेज में 525 बिस्तर की सुविधा होगी, जिनमें से 34 आईसीयू बिस्तर होंगे। इसी तरह भीलवाड़ा में 458 बिस्तर की सुविधा होगी, जिनमें से 12 आईसीयू बिस्तर होंगे। उन्होंने कहा कि ये दोनों मेडिकल कॉलेज खुलने से राज्य में उत्तम उपचार की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
देश में 75 नए मेडिकल कॉलेज बनेंगे
उन्होंने कहा कि देश में 75 नये मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की प्रधानमंत्री ने स्वीकृति दी थी, जिनमें से सबसे अधिक 15 राजस्थान के लिए मंजूर किए गए थे। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि राजस्थान में बड़ी संख्या में नये मेडिकल कॉलेज बने हैं। ये सभी नये मेडिकल कॉलेज आकांक्षी जिलों में बनाए गए हैं, ताकि अब तक उत्तम स्वास्थ्य से वंचित रहे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 की चुनौती के बीच नये मेडिकल कॉलेजों का निर्माण जनहित में किया गया है।
उन्होंने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन और टेली कंसलटेशन सुविधा-ई-संजीवनी का भी उल्लेख किया। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री से कहा कि वे अपने राज्य में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आरोग्य केन्द्र स्थापित करने में सहयोग दें, ताकि सभी के लिए स्वास्थ्य का लक्ष्य हासिल किया जा सके। इस अवसर पर अशोक गहलोत ने कहा कि नये मेडिकल कॉलेज और सुपरस्पेशिलिटी ब्लॉक खुल जाने से राज्य में स्वास्थ्य के ढांचा मजबूत और प्रभावी बनेगा।