बिहार भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक में दो माह का कार्यक्रम हुआ तय
पटना, 23 अगस्त (हि स)। चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर गाइडलाइंस जारी किए जाने के बाद भाजपा द्वारा चुनाव की तैयारी जोर शोर से शुरु कर दी गई है। एक तरफ जहां वर्चुअल रैली और बैठक का दौर जारी है वहीं भाजपा ने बैठक कर अपने अगले दो महीने के कार्यक्रम को भी तय कर दिया है।
1-6 सितम्बर
भाजपा के शक्ति केंद्र प्रमुख तथा सह प्रमुख अपने सम्बंधित पंचायतों में रहने वाले सरकारी कर्मी, पंचायती जन प्रतिनिधि, टोला सेवक, आशा कर्मी, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका, विकास मित्र,किसान सलाहकार जैसे सामाजिक रूप से सक्रीय लोगों से मिलकर कोरोना के खिलाफ संघर्ष में उनके द्वारा किये गए सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित करेंगे।
20-25 सितम्बर
केंद्र तथा राज्य की विभिन्न योजनों के लाभार्थी जनसमूह से जनसंपर्क का कार्यक्रम तय करते हुए शक्ति केंद्र के प्रमुख तथा सह प्रमुख ऐसे सभी लाभार्थियों से जनसंपर्क करके उनका हालचाल जानेंगे। आज उनका जीवन कैसा है और अगर उन्हें किसी प्रकार की जरुरत हो तो मदद करने का प्रयास करना है। मनरेगा का विशेष ध्यान देना है, जो व्यक्ति मनरेगा में काम करना चाहते हैं, उनके नाम 1 अक्टूबर तक जुड़वाना बेहद जरुरी है।
25 सितम्बर
इसी दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती है और इस दिन समाज के गरीब, कमजोर, तथा वंचित व्यक्तियों तक पहुंचकर उनका कुशलक्षेम पूछना तथा उन्हें किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत है तो उनको मदद देना है। इसी दिन बूथ अध्यक्षों के घर अगर नेम प्लेट नहीं लग सका है तो उसे भी लगाने का कार्य हमारे दल के एक प्रमुख नेता करेंगे साथ ही इसी दिन वृहद् जनसंपर्क करके इस संपर्क अभियान की समाप्ति कि जाएगी।
27 सितम्बर
“मन की बात” कार्यक्रम सभी बूथों पर होना तय किया जाएगा।
27 सितंबर से 02 अक्टूबर
शक्ति केन्द्रों पर विशेष अभियान चलाना है, जिसमें कोरोना से पीड़ित होकर स्वस्थ्य हुए व्यक्तियों से मिलना तय किया गया है। अगर उन्हें किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा की जरुरत हो तो सिविल सर्जन जैसे अधिकारियों से उनको तुरंत मदद उपलब्ध करना है। गाँधी जयंती पर “ग्रामोदय” विषय पर चर्चा करनी है। प्रधानमंत्री द्वारा ग्रामोदय पर एक लाख करोड़ का विशेष पॅकेज घोषित किया गया है उसका लाभ “हमारा पंचायत” कैसे ले सकता है, उसपर परिचर्चा आयोजित करके बताना है।
युवा मोर्चा अलग-अलग स्थानों पर “आत्मनिर्भर भारत” पर परिचर्चाएं आयोजित करेगा। गांधी जयंती के अवसर पर आत्मनिर्भर भारत के मॉडल, उसकी संभावनाएं तथा उसके प्रमुख नीति निदेशक तत्वों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाना तय किया गया है। इन सभी आयोजनों में यह देखना है की अगर चुनाव घोषित हो जाते हैं तो किसी भी तरह का कार्यक्रम बिना परमिशन के नहीं करना है। अगले दो महीने आत्मनिर्भर भारत तथा बिहार की संकल्पना के साथ नए भारत, मजबूत भारत तथा मजबूत समाज का निर्माण होगा।