नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय नौसेना ने तटीय सुरक्षा के लिए ‘मेड इन इंडिया’ के तहत तैयार किये गए दो और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) एमके III शामिल किए। नौसेना के बेड़े में पुराने पड़ चुके चेतक हेलीकॉप्टरों को अधिक सक्षम और बहुमुखी एएलएच से बदला जाना है। नौसेना और इंडियन कोस्ट गार्ड के लिए एचएएल को ऑर्डर किये गए 16 हेलीकॉप्टरों में से नौसेना को उसके हिस्से के आठ एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर मिल चुके हैं। नए शामिल किए गए एएलएच एमके III हेलीकॉप्टर मुंबई में भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं में महत्वपूर्ण ताकत और बहुमुखी प्रतिभा को जोड़ेंगे।
मुंबई पर आतंकी हमला होने के 9 साल बाद मार्च 2017 में हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ लगभग 5,126 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर करके मार्क-III के 16 हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर दिया गया था। हरे रंग के इन हेलीकॉप्टरों में तटीय सुरक्षा की जरूरतों के लिहाज से 19 तरह के बदलाव किये गए हैं। स्वदेश निर्मित ‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों ने परीक्षण के दौरान 3 लाख घंटे की उड़ान भरकर बहुमुखी कार्यों में अपनी सूक्ष्मता को साबित किया है। अनुबंध के तहत पांच साल के भीतर 16 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों (फिक्स्ड व्हील) की आपूर्ति नौसेना और इंडियन कोस्ट गार्ड को की जानी है।
नौसेना को सबसे पहले तीन ‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट मार्क-III हेलीकॉप्टर इसी साल अप्रैल में मिले थे जिन्हें गोवा स्थित एयर स्क्वाड्रन आईएनएस हंसा पर बेड़े में शामिल किया गया था। नौसेना की इस एयर स्क्वाड्रन की उपलब्धियों में एक और आयाम जुड़ गया है क्योंकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एयरलिफ्ट करने के लिए इन हेलीकॉप्टरों में चिकित्सा गहन देखभाल इकाई (एमआईसीयू) लगाई गई है। नौसेना के इस प्रमुख एयर स्टेशन आईएनएस हंसा ने पिछले माह अपनी डायमंड जुबली मनाई है। इसके बाद जून 2021 में नौसेना ने तीन और एएलएच हेलीकॉप्टर भारत के पूर्वी तट पर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थित हवाई स्टेशन आईएनएस डेगा पर अपनी पूर्वी कमान के हवाई बेड़े में शामिल किये।
वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया
मुंबई की पश्चिमी नौसेना कमान के हवाई बेड़े को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को दो और एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर नौसेना में शामिल किये गए हैं। इस तरह अब नौसेना के पास आठ एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर हो गए हैं। भारत के पश्चिमी तट पर मुंबई में आयोजित की गई इन्डक्शन सेरेमनी के मुख्य अतिथि पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल आर हरि कुमार थे। नौसेना के बेड़े में शामिल करने से पूर्व दोनों हेलीकॉप्टरों को वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया। उन्नत एवियोनिक्स की वजह से यह हेलीकॉप्टर सभी मौसम में कार्य करने के लिए सक्षम हैं। भारतीय नौसेना अपने हवाई बेड़े में पुराने पड़ चुके चेतक हेलीकॉप्टरों को अधिक सक्षम और बहुमुखी एएलएच से बदल रही है जो अत्याधुनिक निगरानी, संचार, सुरक्षा और उत्तरजीविता उपकरणों से लैस हैं। नए शामिल किए गए एएलएच एमके III हेलीकॉप्टर मुंबई में भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं में महत्वपूर्ण ताकत और बहुमुखी प्रतिभा को जोड़ेंगे।