ट्रम्प ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग में कटौती की …
वाशिंगटन, 15 अप्रैल (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कोरोनोवायरस महामारी से निपटने में अक्षमता के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग को रोक दिया है। पिछली एक सदी में सबसे खराब महामारी से निपटने तरीकों को लेकर आलोचना का सामना कर रहे ट्रम्प ने गुस्से में यह प्रतिक्रिया की है। डब्ल्यूएचओ के प्रति ट्रम्प का रवैया तेजी से शत्रुतापूर्ण होता जा रहा है।
ट्रंप ने कहा कि जेनेवा स्थित संगठन ने वायरस के बारे में चीन की “झूठी सूचनाओं” को बढ़ावा दिया।जिसके परिणामस्वरूप कोरोनावायरस पूरी दुनिया में व्यापक रूप से फैल गया। ट्रम्प ने मंगलवार को व्हाइट हाउस समाचार सम्मेलन में कहा कि डब्ल्यूएचओ अपने इस मूल कर्तव्य में विफल रहा और उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यह डब्ल्यूएचओ के लिए संसाधनों को कम करने का समय नहीं है। उन्होंने एक बयान में कहा कि अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एकजुटता के साथ इस वायरस और इसके विनाशकारी परिणामों को रोकने का समय है।
डब्ल्यूएचओ में अमेरिका सबसे बड़ा दानदाता है। 2019 में अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ को 400 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान दिया है। जो इसके कुल बजट का लगभग 15% है।
आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के अंत में चीन में शुरू हुए कोरोनावायरस से पूरी दुनिया में लगभग 20 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 124,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। मंगलवार को केवल अमेरिका में 2,200 से अधिक लोगों की कोरोनावायरस से मृत्यु हुई। जो एक दिन में हुई अब तक की सबसे ज्यादा मौतें हैं। महामारी की चपेट में आए न्यूयॉर्क शहर में मंगलवार तक 10,000 से अधिक लोगों की मौत कोरोनावायरस से हो चुकी है।