लॉस एंजेल्स, 29 जून (हि.स.)। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर तनाव में कमी के बीच अब चीन से एक जुलाई से तीन सौ अरब डॉलर के आयातित माल पर 25 प्रतिशत सीमा शुल्क लगाए जाने का मामला फ़िलहाल टल जाने के संकेत मिले है।
ओसाका (जापान) में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग के बीच शनिवार की दोपहर 80 मिनटों की बातचीत में ट्रम्प ने बातचीत की विस्तृत जानकारी दिए जाने की बजाए इतना कहा, ” वार्ता सही पटरी पर लौट आई है।” उन्होंने मीडिया से मुख़ातिब होते हुए कहा कि शी जिनपिंग के साथ लंबी बातचीत में अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बार बातचीत उम्मीद से बढ़ कर अच्छी हुई।” लेकिन चीन की शिन्हुआ संवाद समिति ने रहस्योद्घाटन किया है कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत में यह तय हो गया है कि अब चीन से एक जुलाई से तीन सौ अरब डॉलर के आयातित माल पर 25 प्रतिशत सीमा शुल्क लगाए जाने का मामला फ़िलहाल टल गया है।”
अमेरिकी अधिकारियों ने वार्ता शुरू होने से पहले इतना भर कहा था कि अन्य मुद्दों पर नब्बे प्रतिशत वार्ता पूरी हो चुकी है। अब शेष मुद्दों में प्रोध्योगिकी स्थानांतरण और साइबर अपराध संबंधी मुद्दे रह गए हैं। अब इन दोनों देशों के बीच बातचीत का क्रम सात सप्ताह पहले जहां से छूटा था, वहीं से शुरू हो सकेगा। हालांकि अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि इस बातचीत क़ा क्रम एक बार फिर टूटता है तो क्या ट्रम्प फिर से पूर्व निर्धारित बढ़ी हुई दरों पर कर लगाएँगे? अमेरिका में अगले साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव हैं। इन चुनाव में ट्रम्प व्हाइट हाउस की दूसरी पारी के लिए संघर्षरत हैं।
राजनैतिक विश्लेषकों की मानें, तो ट्रम्प इस मोड़ पर कोई जोखिम उठाना नहीं चाहेंगे। एक सर्वे के मुताबिक़ अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध जारी होता है तो अमेरिकी उपभोक्ताओं को चीन से आयातित माल पर सीमा शुल्क की दरें दस की बजाए 25 प्रतिशत होने के कारण प्रति माह प्रति परिवार क़रीब 475 डालर का अतिरिक्त व्यय करना पड़ेगा। इसका सीधा असर मतदाताओं पर पड़ सकता है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर तनाव में कमी के संकेत मिलने से मिड ईस्ट के में सोया की खेती करने वाले किसान उत्साहित प्रतीत हो रहे हैं। मिड ईस्ट के क़रीब एक दर्जन राज्यों में सोया की खेती होती है और ये सभी किसान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के वफ़ादार मतदाता हैं। अमेरिका की सता कि मार्केट पिछले एक सप्ताह से ओसाका जी-बीस देशों के शिखर सम्मेलन में ट्रम्प और शी वार्ता पर निगाहें लगाए हुए थी।
निवेशकों को उम्मीद है कि ट्रम्प शी के बीच उत्साह जनक वार्ता से स्टाक मार्केट एक बार फिर रफ़्तार पकड़नी शुरू कर देंगे। ओसाका में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन (28 और 29 जून) शनिवार को सम्पन्न हो गया। इस शिखर सम्मेलन के दौरान इतर बैठकों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मेज़बान शिंज़े आबे के अलावा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सहित जी बीस के क़रीब एक दर्जन शिखर नेताओं से बातचीत की। इस वार्ता के पश्चात शनिवार की सायं ट्रम्प दक्षिण कोरिया के लिए रवाना हो गए। उन्होंने ट्वीट किया है कि वह उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग उन से ग़ैर सैनिक क्षेत्र में मात्र दो मिनटों के लिए मिल कर हैलो-हैलो करने के लिए उत्सुक हैं। किम जोंग उनकी ओर से देर सायं तक कोई प्रतिक्रिया नहीं पहुंची है।