अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान सभागार में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया। ट्रम्प ने अपने तीन वर्षों के कार्यकाल के कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और अमेरिका पर निगाह लगाए देशों को भी आगाह किया। उन्होंने संविधान में प्रदत्त लोगों की आत्म सुरक्षा के लिए हथियार रखने का संकल्प दोहराया। सीनेट में महाभियोग में दोषमुक्त होने से पूर्व की अंतिम औपचारिकता में ट्रम्प की ‘बाड़ी लेंग्वेज’ और वाणी में ओज देखने लायक रहा।
उन्होंने कहा कि वह कट्टरवादी इस्लामिक अवधारणा के सख्त खिलाफ हैं। उन्होंने आतंकवादियों को कड़ी चेतावनी दी कि अमेरिका की ओर किसी ने भी अंगुली उठाई, तो अमेरिकी सेनाएं उन्हें हमेशा के लिए नेस्तनाबूद कर देंगी। उन्होंने कहा कि हजारों अमेरिकी नागरिकों को मौत के घाट उतार देने वाले ईरान के कुद्स कमांडर कासिम सुलेमानी को भी इसीलिए सजा दी गई। कासिम सुलेमानी को मौत के घाट उतार दिया गया। ट्रम्प ने सुलेमानी को इस्लामिक स्टेट खलीफा अल बगदादी की संज्ञा दी।
ट्रम्प ने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले कुछ अरसे से शांति वार्ता की जा रही है। वह नहीं चाहते कि वहां हिंसा हो और लोग मारे जाएं। उनकी कोशिश होगी कि अफगानिस्तान से जल्द अमेरिकी सेनाएं घर लौटें। उन्होंने दावा किया कि पिछले सत्तर वर्षों में उनके कार्यकाल में आर्थिक विकास में अभिवृद्धि, रोजगार में नए कीर्तिमान और देश और देशवासियों की सुरक्षा में मिलिट्री सेवा में दो खरब डालर के निवेश से अत्याधुनिक हथियार खरीद कर दुनिया को दिखा दिया है कि उसे आंख दिखाना अब संभव नहीं होगा। इस अवसर पर उन्होंने सहयोग करने वाले समाज के विभिन्न व्यक्तियों को साधुवाद देते हुए उनकी सराहना की। ट्रम्प ने कहा अमेरिका को अपराध नगरी नहीं, विधि सम्मत देश की ओर अग्रसर होना है।