ट्रम्प और बाइडन टाउन हाल डिबेट में नहीं हुए रूबरू

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पहली डिबेट की तुलना में दूसरी डिबेट मर्यादित रही कोरोना संक्रमण और वैक्सीन को लेकर तीखे सवाल 



लॉस एंजेल्स, 16 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेट उम्मीदवार जोई बाइडन के बीच गुरुवार को कोरोना संक्रमण, वैक्सीन, नस्लीय भेदभाव और चरमराती इकोनॉमी आदि को लेकर अनेक विषयों पर टीवी डिबेट हुई। पहली डिबेट की तुलना में टाउन हालनुमा डिबेट ज्यादा मर्यादित रही। राष्ट्रपति ट्रम्प एनबीसी नेटवर्क पर थे तो जोई बाइडन एबीसी नेटवर्क पर। इस डिबेट में दोनों माडरेटर तथा कुछेक मतदाताओं की ओर से सीधे सवाल-जवाब हुए। इस बीच ऐसे भी क्षण आएं, जब इन दोनों ही उम्मीदवारों के चेहरे पर तनाव की लकीरें देखी जा सकती थीं।
डिबेट को लेकर विश्लेषकों ने दो टूक मत व्यक्त किया है कि बेहतर यह होता कि डिबेट में दोनों उम्मीदवार आमने-सामने होते, टाउन हाल डिबेट में एक-दूसरे उम्मीदवार से सीधे सवाल किए जाते और उनकी बाड़ी लेंग्वेज और भाव भंगिमाओं से पूछे गए सवालों का जवाब मिलता। हुआ यह कि अंतिम क्षणों में हुए परिवर्तन से ट्रम्प देश के दक्षिणी छोर मियामी फ़्लोरिडा में थे तो बाइडन सैकड़ों मील दूर पूर्वी छोर पर फ़िलाडेल्फ़िया में। ट्रम्प और बाइडन, दोनों ही इस डिबेट में परस्पर वैयक्तिक आक्षेप करने से भी बचे रहे। मियामी में ट्रम्प माडरेटर सावनाह गुथेरी थीं, तो फ़िलाडेल्फ़िया में बाइडन के साथ माडरेटर जार्ज सटेफ़नोपौलस थे।

उल्लेखनीय है कि प्रेज़िडेंशियल कमिश्नर ने राष्ट्रपति ट्रम्प के पिछले महीने कोविड पाॅज़िटिव होने के बाद दूसरी वर्चुएल डिबेट को रद्द कर दिया था। जोई बाइडन ने कोरोना संक्रमण के कारण अमेरिका में दो लाख दस हज़ार से अधिक लोगों की मृत्यु के लिए ट्रम्प को सीधे ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने  इस बात को रेखांकित करने की भरसक कोशिश की कि इस संक्रमण को गंभीरता से लिया जाता, सही वक़्त पर सही क़दम,  फ़ेस मास्क एवं शारीरिक दूरी के पालन के लिए कड़े क़दम उठाए जाते तो एक लाख से अधिक लोगों की जानें बचाई जा सकती थी थीं। उन्होंने दावा किया कि इसके लिए ट्रम्प प्रशासन को बार-बार चेताया गया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जब स्वयं फ़ेस मास्क पहनने के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करते तो शेष लोगों से कैसे उम्मीद की जा सकती है।

वैक्सीन के मुद्दे पर भी बाइडन ने ट्रम्प पर सीधे आरोप लगाए कि इस कार्य में वह वैज्ञानिकों की सलाह मानने की बजाए अपनी मनमानी करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रम्प वैगानिकों की सलाह से इतर कोई भी निर्णय लेते हैं, तो जनता को वैक्सीन के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि वह ऐसी वैक्सीन लेने को तत्पर होंगे जो वैज्ञानिकों की सलाह सम्मत होगी। राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस सवाल के जवाब में कहा कि उनकी ओर से सही वक़्त पर सही क़दमों के कारण लाखों लोगों को संक्रमण से बचाया जा सका। उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि वैक्सीन बहुत जल्दी मार्केट में आ रही है।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डेन में जज एमी कूनी बैरेट के सुप्रीम कोर्ट में मनोनयन और उस समारोह में फ़ेस मास्क तथा सामाजिक दूरी संबंधी दिशा-निर्देशों की अवहेलना पर भी बाख़ूबी जवाब दिए।

उन्होंने कहा कि फ़ेस मास्क पहनने में उन्हें दिक़्क़त नहीं थी, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण समारोह था। वह बेसमेंट में नहीं, ओपन लान में थे। उस समारोह के बाद तेरह लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। उन्होंने दावा किया कि दूसरी डिबेट रद्द किए जाने का कोई औचित्य नहीं था। वह तब तक पूरी तरह स्वस्थ थे और उनके चिकित्सकों ने उन्हें हरी झंडी दे दी थी।

 


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