मिजोरम की मदद करने पर त्रिपुरा जाने वाले वाहनों को असम के लोगों ने रोका

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प्रशासनिक हस्तक्षेप पर सात घंटे बाद आर्थिक अवरोध समाप्त



करीमगंज (असम), 02 अगस्त (हि.स.)। असम के स्थानीय नागरिकों ने पड़ोसी राज्य त्रिपुरा को चेतावनी दी थी कि अगर त्रिपुरा से मिजोरम की आवाजाही को बंद नहीं किया गया तो असम के चुड़ाईबाड़ी में त्रिपुरा को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-06 पर अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी। असम के स्थानीय नागरिकों ने त्रिपुरा को रविवार को 12 घंटे की चेतावनी दी थी।

त्रिपुरा की ओर से कोई जवाब न मिलने पर सोमवार की सुबह छह बजे से त्रिपुरा जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को असम के करीमगंज जिला के चुड़ाईबाड़ी में अनिश्चितकाल तक के लिए बंद कर दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद हो जाने से सैकड़ों की संख्या में ट्रक बीच रास्ते में ही फंस गये।

स्थानीय लोगों द्वारा त्रिपुरा की आर्थिक नाकेबंदी किये जाने की जानकारी मिलते ही बजारीछोड़ा के थानाध्यक्ष मनोरंजन सिन्हा अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने में जुट गये। उन्होंने लोगों को घंटों समझाया, लेकिन जब कोई समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने स्थानीय मजिस्ट्रेट से संपर्क कर उन्हें स्थिति अवगत कराया। मजिस्ट्रेट ने करीमगंज के जिलाधिकारी को पूरी घटना की जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़प के बाद असम के नाराज लोगों ने मिजोरम का आर्थिक अवरोध कछार और हैलाकांदी जिलों में किया। अत्यावश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए मिजोरम ने त्रिपुरा सरकार से मदद मांगते हुए त्रिपुरा होकर मिजोरम के लिए वाहनों की आवाजाही के लिए कहा, जिसको त्रिपुरा सरकार ने मंजूरी दे दी। इसकी जानकारी जब असम के लोगों को मिली तो उन्होंने त्रिपुरा को चेतावनी दी कि अगर वे मिजोरम के वाहनों को अपने राज्य से होकर जाने दिया तो त्रिपुरा का भी आर्थिक अवरोध किया जाएगा। त्रिपुरा राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर सोमवार की सुबह करीमगंज जिले से होकर त्रिपुरा जाने वाले मार्ग को स्थानीय लोगों ने बंद कर दिया।

करीमगंज के जिलाधिकारी ने उत्तरी त्रिपुरा के जिलाधिकारी से संपर्क कर उन्हें स्थानीय जनमानस की भावनाओं से अवगत कराया। दोनों जिलाधिकारियों के बीच चर्चा में यह निर्णय लिया गया कि त्रिपुरा से सामान लेकर कोई भी वाहन मिजोरम नहीं जाएगा। इसकी जानकारी स्थानीय थानाध्यक्ष को जिला प्रशासन की ओर से दी गयी। इसके बाद असम के लोगों ने लगभग सात घंटे के बाद अवरोध वापस लेते हुए त्रिपुरा के वाहनों को जाने दिया।

कछार जिला में मिजोरम को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 306 और कटाखाल-भैरवी रेल मार्ग पर आर्थिक नाकेबंदी कर नाराज लोगों सहित विभिन्न संगठन मिजोरम जाने वाले वाहन और ट्रेन को पूरी तरह से रोक दिया है। गत 26 जुलाई से 01 अगस्त तक एक सप्ताह तक चले आर्थिक नाकेबंदी के कारण मिजोरम में वस्तुतः गंभीर खाद्य संकट पैदा हो गया है।

इससे छुटकारा पाने के लिए मिजोरम सरकार ने पड़ोसी राज्य त्रिपुरा से संपर्क किया। हालांकि, त्रिपुरा और मिजोरम में राष्ट्रीय राजमार्ग का कनेक्शन नहीं है, लेकिन उत्तरी त्रिपुरा जिला के दामाछोड़ा होते हुए मिजोरम की सड़क है। इस बीच मिजोरम में असम से जाने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गए तो जोरामथंगा सरकार ने मिजोरम के खाद्य पदार्थों को पहुंचाने में त्रिपुरा का सहयोग मांगा। पहाड़ी राज्य त्रिपुरा ने भी इसमें मदद का हाथ बढ़ाया। त्रिपुरा सरकार के इस कदम से करीमगंज समेत पूरे बराक घाटी के लोग त्रिपुरा सरकार के खिलाफ खड़े हो गये। उन्होंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।


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