त्रिपुरा:तिप्रा मोथा की 18 और भाजपा की 09 सीटों पर जीत एडीसी चुनावों में
अगरतला, 10 अप्रैल (हि.स.)। त्रिपुरा के पहाड़ों की राजनीति में एक नया अध्याय आज से शुरू हो रहा है। प्रद्युत देववर्मन की पार्टी जो अभी-अभी उभरी है तिप्रा मोथा उर्फ़ तिप्रलंद स्टेट पार्टी (टीएसपी) गठबंधन ने वाम मोर्चा, कांग्रेस, यहां तक कि सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी आईपीएफटी का सफाया कर दिया है। 28 सीटों वाले एडीसी चुनावों में अकेले तिप्रा मोथा ने 18 सीटों पर जीत कर पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया है।
स्वाभाविक रूप से तिप्रा मोथा सुप्रीमो प्रद्युत किशोर देववर्मन एडीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) होंगे। सत्तारूढ़ भाजपा ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। भाजपा ने 09 सीटें जीती हैं। 01 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। 15 वर्षों के लंबे समय के बाद एडीसी से वामपंथ का पूरी तरह से सफाया हो गया है। वामपंथ अपना खाता भी नहीं खोल सके। इससे राजनीतिक विश्लेषकों को लगता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रद्युत निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
शनिवार को हुए मतगणना के बाद अप्रत्याशित रूप से तिप्रा मोथा ने एडीसी चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया है। चुनाव से पहले तिप्रा मोथा का सत्तारूढ़ गठबंधन के साथी आईपीएफटी के साथ गठबंधन हुआ था। लेकिन कुछ समय बाद ही दोनों का गठबंधन समाप्त हो गया। दूसरी ओर गठबंधन धर्म को बनाए रखते हुए भाजपा ने चुनावों में आईपीएफ़टी के साथ हाथ मिलाया। हालांकि भाजपा ने आईपीएफटी को अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ने की अनुमति दी। परिणामस्वरूप 14 निर्वाचन क्षेत्रों में आईपीएफटी उम्मीदवार और 11 निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा ने उम्मीदवार में उतारा था। उन्होंने फैसला किया था तीन सीटों पर मित्रवत चुनाव लड़ेंगे। आज घोषित नतीजे बताते हैं कि अगर भाजपा ने आईपीएफटी के साथ गठबंधन किए बिना अकेले चुनाव लड़ी होती तो परिणाम बेहतर होते। क्योंकि, भाजपा अकेले चुनाल लड़कर कर 11 में से 09 सीटें जीत चुकी है। आईपीएफटी एडीसी चुनाव में तिप्रा के तूफान के् आगे उड़ गयी। हालांकि वाम मोर्चा और कांग्रेस भी एडीसी चुनावों में तिप्रा मोथा और भाजपा के आगे टिक नहीं पायी।