माओवादी अखिल गोगोई गिरफ्तार, एनआईए ने दर्ज किया राष्ट्रद्रोह का केस

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असम में हिंसा फैलाने वाले संगठनों में अखिल के गुट की भी है भूमिका: पुलिस प्रशासन- एक अधिवक्ता के घर से पुलिस ने गिरफ्तार करके एनआईए को सौंप दिया



गुवाहाटी, 16 दिसम्बर (हि.स.)। सरकार के सभी कामों का विरोध कर हमेशा आंदोलन और आंदोलन करने वाले कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के संस्थापक व वर्तमान में संगठन के मुख्य सलाहकार अखिल गोगोई की मुश्किल बेहद बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का उग्र विरोध करते हुए अखिल अपना आंदोलन चला रहे थे। इस बीच सीएए के विरूद्ध गत बुधवार से राजधानी गुवाहाटी समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुए उग्र और हिंसक प्रदर्शन के आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। पुलिस प्रशासन का मानना है कि हिंसा फैलाने वाले संगठनों में अखिल का गुट भी एक है।

पुलिस बुधवार से ही अखिल की तलाश कर रही थी। इस बीच जोरहाट जिला शहर से एक अधिवक्ता के घर से अखिल को पुलिस ने गुरुवार की रात को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया। एनआईए ने अखिल के विरूद्ध राष्ट्रद्रोह के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर लिया है। इस बीच गत शनिवार को अखिल के विरूद्ध एनआईए ने एफआईआर दर्ज की है जिसमें अखिल को सीपीआई (माओवादी) का अंडरग्राउंड नेता करार दिया गया है। एनआईए ने अपने एफआईआर में बताया है कि अखिल गोगोई वर्ष 2009 में रिवोल्यूसनरी कम्यूनिस्ट सेंटर (आरसीसी) के साथ जुड़ा था। आरसीसी के बाद वह सीपीआई (माओवादी) में शामिल हो गया।

सीपीआई (माओवादी) में शामिल होने के बाद अखिल देश के विभिन्न इलाकों में घूमकर संगठन के साथ संपर्क किया। इसका उल्लेख एनआईए की एफआईआर में है। इतना नहीं अखिल पर सीपीआई (माओवादी) की सभाओं का आयोजन करने का भी एफआईआर में उल्लेख है। एफआईआर में केएमएसएस के महासचिव धैर्य कोंवर, मानस कोंवर, बितु सोनोवाल आदि का नाम भी शामिल है। एनआईए अखिल व धैर्य कोंवर से गहन पूछताछ कर रही है।

 


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