पर्यटकों ने किया हिमाचल का रूख कोरोना की बंदिशें हटते ही , पर्यटन उद्योग को मिलेगी राहत
शिमला/सोलन, 15 जून ( हि.स.)। प्रदेश में कोरोना से सुरक्षा के लिए लगी पाबंदियां सरकार द्वारा समाप्त किये जाने की सूचना भर से ही बाहरी राज्यों के पर्यटकों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी है। इसके चलते राष्ट्रीय ऊच्च मार्ग पांच कालका-शिमला पर रविवार से ही वाहनों की ज्यादा संख्या के कारण जाम लगना शुरू हो गए हैं।
सबसे अहम बात है कि सरकार ने बाहर से आने वालों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। जिससे पर्यटकों को आने-जाने में कोई मनाही नहीं है। बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए प्रदेश के प्रवेशद्वार कहे जाने वाले परवाणू में पुलिस द्वारा एंट्री के लिए पर्यटकों का ई-पास जांचने के बाद ही आगे जाने की इजाजत दी जा रही है। जिससे ये पता लग सके कि पर्यटक कहां से आये हैं और कितने दिन प्रदेश में रुकने वाले हैं।
ई-पास की जांच में लगे कर्मियों के अनुसार सरकारी आदेशों में पाबंदियां हटने के समाचार के उपरांत सोमवार सुबह छह बजे से ही पर्यटकों ने प्रदेश में एंट्री कर डाली थी। जहां रविवार को लगभग एक हज़ार से अधिक पर्यटकों ने कसौली, चायल व शिमला की ओर कूच किया है तो वहीं सोमवार को भी लगभग पांच सौ से अधिक पर्यटकों ने यहां का रुख किया है। पुलिस के लिए भी पर्यटकों से निपटने और सुरक्षा नियमों का पालन करवाना भी खासा चुनौतीपूर्ण है।
वहीं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भी प्रदेश में पर्यटकों से कोराेना नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है और ई-पास के माध्यम से बाहर से आने वालोंं पर नजर रखी जा रही है।
कसौली में रविवार और सोमवार को अधिकतर होटल व गेस्ट हाऊस पूरी तरह पर्यटकों के लिए बुक रहे। मैदानी क्षेत्रों में गर्मी अधिक होने और लंबे समय तक घरों में रहने के बाद दिल्ली सहित अन्य कई राज्यों के पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
होटल व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि पिछले लंबे समय से चली आ रही मंदी से उभरने के लिए ये अच्छा मौका है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता समाप्त करके जहां व्यापारियों और होटल व्यवसाय को राहत मिली है तो वहीं किसी भी संक्रमित पर्यटक के कारण स्थानीय लोगों में भी संक्रमण फैल सकता है, जिसका खामियाजा दोबारा से लॉकडाउन होकर चुकता करना पड़ेगा।
शिमला के होटल कारोबारी संस्था से जुड़े महेंद्र सेठ ने बताया कि कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद होटलों में पर्यटकों की बुकिंग होना शुरू हो गया है। शिमला में चालीस फीसदी तक होटलों की बुकिंग पहुंच गई है। पर्यटकों के आने से शिमला के होटल कारोबारियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के अन्य पर्यटक स्थलों कुल्लू, मनाली, धर्मशाला, चंबा और पालमुपर और खजियार में भी पर्यटकों का आना शुरू हो गया है।
वहीं, हिमाचल पुलिस ने कहा है कि वह कोरोना की बंदिशें हटने के बाद पर्यटकों का स्वागत करती है और उनसे कोरोना के नियमों के पालन की अपील करती है। पुलिस ने कहा कि कोरोना नियमों की अवहेलना करने पर पहली बार पांंच सौ रुपये जुर्माना, जबकि दूसरी बार की अवहेलना करने पर आठ दिन की जेल और पांच हजार रुपये तक जुर्माना हो सकता है।
इसके साथ राज्य में 13 जून को मानसून भी आ चुका है और प्रदेश में बारिश का दौर भी आरंभ हो गया है।