लखनऊ, 07 अप्रैल (हि.स.)। राज्य में तब्लीगी जमात के कारण कोरोना वायरस संक्रमित मामलों में बड़ी संख्या में वृद्धि को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब टेस्टिंग लैब तेजी से बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने को लेकर कहा कि सरकार के इस कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेंगे तो सरकार किसी को भी कोई परेशानी नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में पिछले चार-पांच दिनों में कोरोना के पाॅजिटिव केसेज की संख्या बढ़ी है। आज कुल 308 केस हैं और इनमें से 168 केस तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। प्रदेश में इसे हर स्तर पर रोकने के लिए भारत सरकार की मदद से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। जब कोरोना का पहला पाॅजिटिव केस आया, तब प्रदेश में एक भी लैब नहीं थी। भारत सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश में आज 10 टेस्टिंग लैब सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं।
कोविड केयर फंड से बढ़ायेगी जाएगी टेस्टिंग फैसिलिटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने तय किया है कि ‘कोविड केयर फंड’ का उपयोग हम प्रदेश के अंदर टेस्टिंग फैसिलिटी को बढ़ाने में करेंगे। साथ ही कोविड लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 के हाॅस्पिटल्स की संख्या को बढ़ाने में इसका उपयोग करेंगे। कोविड-19 के विरुद्ध इस लड़ाई के लिए प्रदेश सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड’ की स्थापना की है। जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के विभिन्न तबकों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है।
कोरोना के खिलाफ जिन सहायक उपकरणों की आवश्यकता है, जैसे पीपीई, एन-95 मास्क, थर्मल एनालाइजर, वेंटीलेटर्स आदि की मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया को और आगे बढ़ाने की कार्रवाई के साथ राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तय किया है कि प्रदेश के सभी मंडलीय मुख्यालयों के डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल्स में कोरोना टेस्टिंग लैब्स की स्थापना करेंगे। इस कार्रवाई को तेजी के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रमुख सचिव, चिकित्सा, शिक्षा के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है।
कुल 24 लैब में हो सकेगी कोरोना वायरस के नमूनों की जांच
प्रदेश में 24 मेडिकल काॅलेज हैं। 10 में हमारे पास पहले से ही टेस्टिंग लैब्स हैं, इनके अपग्रेडेशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उनके साथ ही साथ 14 मेडिकल काॅलेज ऐसे हैं जहां पर कोविड-19 की टेस्टिंग की कोई फैसिलिटी अभी तक नहीं है। इन 14 मेडिकल काॅलेजों में भी कोविड-19 टेस्टिंग फैसिलिटी हेतु लैब्स स्थापित करने की प्रक्रिया को हम लोगों ने आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
सभी 75 जिलों में कलेक्शन फैसिलिटी की सुविधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में कोविड-19 की जांच के लिए कलेक्शन सेंटर स्थापित करने की कार्रवाई भी हम लोगों ने की है। वहां जो भी उपकरण खरीदने होंगे, उन सबके लिए एक कमेटी गठित कर इस कार्रवाई को आगे बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए हैं। प्रदेश में 6 कमिश्नरी मुख्यालय ऐसे हैं जहां कोई गवर्नमेंट मेडिकल काॅलेज नहीं हैं। उन 6 जनपदों में हम लोग प्रदेश सरकार की ओर से टेस्टिंग लैब्स की स्थापना करने की कार्रवाई करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत देवीपाटन मंडल में गोंडा, मीरजापुर मंडल में मीरजापुर, बरेली मंडल में बरेली, मुरादाबाद मंडल में मुरादाबाद, वाराणसी मंडल में वाराणसी, बीएचयू में एक लैब है, मगर एक लैब वहां के भी हाॅस्पिटल में बनाने और एक अलीगढ़ में बनाने की प्रक्रिया की जा रही है।
टीम 11 को युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश की अपनी टीम 11 को इस बात के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कहीं भी भोजन का संकट न आने पाए व किसी भी प्रकार के उपचार में कहीं कोई शिथिलता न हो, इस पर युद्धस्तर पर काम हो। उन्होंने कहा कि सभी लोग लाॅकडाउन के इस अनुशासन को स्वीकार करें और सरकार के इस कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेंगे तो सरकार किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं छोड़ेगी जिसमें किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी हो।