मुंबई, 13 नवम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र में किसी पार्टी की सरकार स्थापित नहीं हो सकी पर सियासी हलचलें तेज हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। यह बैठक मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में सुबह दस बजे होगी। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है।
मंगलवार को दिनभर चली बैठकों के बाद भी सरकार गठन को लेकर कांग्रेस-एनसीपी के नेता ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। एनसीपी मुखिया शरद पवार और कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी में सहमति बनने के बाद शिवसेना से बातचीत का दौर शुरू होगा। इस बीच भाजपा सांसद नारायण राणे ने यह कहकर सियासी हलचल मचा दी है कि राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी। भाजपा जल्द 145 विधायकों के साथ सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। भाजपा की सरकार बनाने में वे सर्वोपरि सहयोग करेंगे। इधर शिवसेना के मुखपत्र सामना में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर भाजपा पर तीखे तंज कसे गए हैं। विधायकों की खरीद फरोख्त की संभावना सामना में जताई गई है।
इस सियासी खींचतान के बीच एनसीपी विधायकों की बैठक वाईबी चव्हाण सेंटर में होने जा रही है। पार्टी प्रमुख शरद पवार, प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल और पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक सहित तमाम प्रमुख नेता इस बैठक में उपस्थित रहेंगे। संभावना जताई जा रही है कि विधायकों को संयम बनाए रखने और पार्टी के प्रति वफादार रहने का गुरुमंत्र दिया जाएगा। इधर कांग्रेस के विधायक बुधवार को जयपुर से मुंबई के लिए वापसी करेंगे।