तृणमूल के राज्य सचिव माओवादी नेता छत्रधर को दबोचा राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले में एनआईए ने
कोलकाता, 28 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के जंगलमहल क्षेत्र में मतदान संपन्न होते ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने मशहूर माओवादी नेता छत्रधर महतो को एक बार फिर दबोच लिया है। एनआईए की 40 सदस्यीय टीम लालगढ़ स्थित उसके आवास पर पहुंची थी और रविवार तड़के उसे गिरफ्तार कर कोलकाता स्थित जांच एजेंसी के दफ्तर लाया गया।
छत्रधर महतो को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनआईए का कहना है कि 2009 के राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले में पूछताछ के लिए बार-बार नोटिस दिए जाने के बावजूद वह सहयोग नहीं कर रहा था और एजेंसियों को जानकारी नहीं दे रहा था। इस ब्लास्ट में माकपा नेता प्रवीर महतो की मौत हुई थी। करीब 11 साल जेल में रहने के बाद 2020 के शुरुआती महीने में उसे जमानत मिली थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में जंगलमहल क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस को बहुत कम वोट मिले थे और भारतीय जनता पार्टी मजबूत होकर उभरी थी। छत्रधर महतो के जेल से रिहा होते ही उसकी पार्टी ने उसे राज्य कमेटी में जगह दी और राज्य सचिव के पद पर बैठाया था। इस बीच ममता बनर्जी की पार्टी पर चुनाव में माओवादियों की मदद के आरोप लगे थे। अब 2021 के विधानसभा चुनाव में महतो के जरिए तृणमूल कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद में है। आदिवासी समुदाय में उसका बेहतर प्रभाव माना जाता है।
शनिवार को पहले चरण के मतदान के दौरान वह अपनी पत्नी के साथ जाकर वोट भी दे कर आया था। उसके बाद ही लालगढ़ स्थित उसके आवास पर एनआईए की टीम पहुंची और चारों तरफ से घेर कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 12 साल पहले झाड़ग्राम के बांसतल्ला में राजधानी एक्सप्रेस पर माओवादियों ने हमला किया था जिसका नेतृत्व छत्रधर ने ही किया था। उसके खिलाफ देशद्रोह की धाराओं के साथ-साथ गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामले दर्ज किए गए थे। फिलहाल यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस बीच एक बार फिर एनआईए के हाथों उसकी गिरफ्तारी राज्य में सुर्खियां बन गई है।